राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार (8 जुलाई) को कहा कि डल्लास में पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाकर की गई सुनियोजित गोलीबारी से अमेरिका ‘भयभीत’ है और उन्होंने कहा कि हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता। ओबामा ने संवाददाताओं से एक संक्षिप्त बयान में कहा कि गोलीबारी के मामले में जांच जारी है लेकिन हमें पता है कि कानून प्रवर्तन प्रक्रिया पर विद्वेषपूर्ण, सुनियोजित और घृणित हमला किया गया। ओबामा ने शूटरों के इरादों को विकृत बताया और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, ‘कानून प्रवर्तन के खिलाफ इस तरह के हमलों या किसी तरह की हिंसा को जायज ठहराना संभव नहीं है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने डल्लास के मेयर माइक रॉलिंग्स से बात कर अपने समर्थन की पेशकश की है और संवेदना प्रकट की है।

ओबामा ने पोलैंड के वारसा से बात की जहां वह नाटो और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। ओबामा शुक्रवार (8 जुलाई) को स्नाइपरों द्वारा पुलिस अधिकारियों पर गोलीबारी करने से कुछ देर पहले यहां पहुंचे। गोलीबारी में पांच अधिकारियों की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गए। ये गोलीबारी अश्वेत लोगों पर हाल ही में दो बार जानलेवा पुलिस गोलीबारी को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान की गयी।

वारसा पहुंचते ही और गोलीबारी से कुछ देर पहले ओबामा ने प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की थी। इन बयानों में उन्होंने न्याय प्रणाली में नस्लीय विसंगतियों की बात कर अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने यह भी कहा कि कानून प्रवर्तन का समर्थन करने और आपराधिक न्यायप्रणाली में पूर्वाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने के बीच कोई विरोधाभास नहीं है। ओबामा ने शुक्रवार (8 जुलाई) को बाद में अपने संदेश के दूसरे हिस्से को प्रकट किया। उन्होंने कहा कि गोलीबारी पुलिस द्वारा हर रोज किए जाने वाले बलिदानों की अत्यंत कष्टदायी ताकीद है।