अमेरिका के फर्गुसन शहर में एक निहत्थे अश्वेत किशोर की गोली चलाकर जान लेने वाले श्वेत पुलिस अधिकारी पर अभियोग नहीं लगाया जाएगा। अगस्त में हुई इस घटना के बाद शहर कई हफ्ते तक दंगों की चपेट में रहा था और वर्तमान में लोगों के बढ़ते गुस्से के बीच एक ग्रैंड ज्यूरी ने यह फैसला सुनाया है।

मिसौरी प्रांत के सेंट लुई काउंटी के अभियोजक रॉबर्ट मैककुलॉक ने कल देर रात घोषणा की कि ज्यूरी को पुलिस अधिकारी डैरेन विल्सन के खिलाफ कोई संभावित कारण नहीं मिला जिसके आधार पर उनपर अभियोग चलाया जाए। विल्सन ने सेंट लुई के उपनगरीय इलाके में 18 वर्षीय माइकल ब्राउन की गोली मारकर जान ले ली थी।

Ferguson police officer Darren Wilson
एक निहत्थे अश्वेत किशोर की गोली चलाकर जान लेने वाले श्वेत पुलिस अधिकारी पर अभियोग नहीं लगाया जाएगा।

 

ब्राउन के परिवार ने ग्रैंड ज्यूरी के फैसले पर गहरी निराशा जतायी है।

इस बीच, सैकड़ों विरोध प्रदर्शनकारी फर्गुसन में उस पुलिस थाने के सामने जुट गए जहां विल्सन कार्यरत हैं और ‘‘हत्यारे पुलिसकर्मियों को निकालना ही होगा’’ के नारे लगाए। उनमें से कई प्रदर्शनकारियों के आंखों में आंसू थे।

 

Smoke fills the streets as some buildings
ब्राउन के परिवार ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की है।

 

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लोगों से शांति बनाए रखने और हिंसा का सहारा ना लेने की अपील की है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस फैसले :ज्यूरी के: का विरोध कर रहे लोगों से माइकल :ब्राउन: के अभिभावकों के साथ मिलकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अपील करता हूं।’’

ओबामा ने कल देर रात व्हाइट हाउस प्रेस कोर के समक्ष कहा, ‘‘हिंसा के लिए कोई बहाना नहीं दिया जा सकता।’’

उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘मैं फर्गुसन एवं क्षेत्र के विधि प्रर्वतन अधिकारियों से भी संभावित शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के प्रति सावधानी एवं संयम दिखाने की अपील करता हूं।’’