इस वर्ष के आरंभ में हिन्दू पुजारी की हत्या और बांग्लादेश में ईद के दिन सबसे बड़े नमाज पर जानलेवा हमला करने का आरोपी एक इस्लामी चरमपंथी पुलिस के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले में मारा गया है। यह काफिला चरमपंथी को लेकर जा रहा था, उसी दौरान आतंकवादियों ने हमला किया। पुलिस ने शुक्रवार (5 अगस्त) को बताया कि सैफुल इस्लाम (22) को गुरुवार (4 अगस्त) को थाने लाया जा रहा था उसी दौरान रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) के वाहन पर आतंकवादियों ने हमला किया। काफिले पर हमला करने वालों में शामिल सैफुल का एक सहयोगी भी मुठभेड़ में मारा गया। किशोरगंज के शोलकिया ईदगाह में हुए हमले के संदिग्ध सैफुल को सुरक्षा एजेंसियों ने ईद के दिन ही गिरफ्तार किया था।
‘डेली स्टार’ की खबर के अनुसार, आरएबी कर्मियों ने हमले के तुरंत बाद गोली लगने से घायल सैफुल को गिरफ्तार किया था। 21 फरवरी, 2016 को तड़के पुजारी जगनेश्वर रॉयश् (50) की तेज धार हथियारों से हत्या करने वाले तीन बाइक सवार हमलावरों में सैफुल भी शामिल था। आरएबी के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद से ही मैमनसिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सैफुल का इलाज चल रहा था। गुरुवार (4 अगस्त) को उसे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे पुलिस के हवाले करने के लिए किशोरगंज थाने ले जाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं। मौके से दो बाइक, हथियार और गोलियां मिली हैं। आरएबी ने दावा किया है कि आतंकवादी सैफुल को छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे, उसी दौरान मुठभेड़ हुई।