बांग्लादेश पुलिस ने सोमवार (29 अगस्त) तड़के छापे के दौरान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) के कमांडर को उसके एक साथी के साथ मार गिराया। यह आतंकवादी पिछले साल एक मंदिर पर हमला करने और एक इतालवी पादरी की हत्या की कोशिश में शामिल था। बोगरा जिले के शेरपुर उपजिले में सोमवार (29 अगस्त) तड़के करीब चार बजे मुठभेड़ में जमातुल मुजाहिदीन के दोनों आतंकवादी मारे गए। खालिद हसन उर्फ बदर मामा (30) जेएमबी की उत्तरी क्षेत्र सैन्य शाखा का कमांडर था। वह चपैनवाबगंज का रहने वाला था। दूसरे आतंकवादी की पहचान राजशाही के रिपोन (25) के रूप में हुई है।
बीडीन्यूज 24 डॉट कॉम के अनुसार बोगरा के वरिष्ठ सहायक पुलिस अधीक्षक गजीउर रहमान ने कहा, ‘पुलिस की मौजूदगी की आहट पाकर आतंकवादयिों ने गोलियां चलायी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ में दो आतंकवादी जख्मी हुए।’ दोनों आतंकवादी समीप के अस्पताल में ले जाए गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दो पुलिस अधिकारी भी इस मुठभेड़ में घायल हो गए। खबर के अनुसार रहमान ने बताया कि खालिद पिछले साल इतालवी पादरी पीरो परोलारी की हत्या की कोशिश करने के मामले में और दिनाजपुर में कांटाज्यू मंदिर पर हमला करने में शामिल था। रिपोन उस बैठक में शामिल थाा जिसमें राजशाही विश्वविद्यालय के अंग्रेजी के प्रोफेसर ए एफ एम रिजाउल करीम सिद्दकी की हत्या की साजिश रची गयी था। अप्रैल में जब सिद्दकी विश्वविद्यालय जा रहे थे तब उन पर हमला कर उनकी हत्या कर दी गयी थी।
