बलूचिस्‍तान की आजादी की मांग अब पाकिस्‍तान से निकलकर विदेशों में भी उठ रही है। जर्मनी में शनिवार को निर्वासित बलूच लोगों ने पाकिस्‍तान विरोधी नारेबाजी की और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने स्‍वतंत्रता दिवस पर बलूच लोगों पर हो रहे अत्‍याचारों का जिक्र किया था। जर्मनी में प्रदर्शन के दौरान बलूच कार्यकर्ताओं ने भारतीय झंडा लहराया और मोदी के समर्थन में नारे लगाए। यह प्रदर्शन जर्मनी के लिपजिग शहर में हुआ। गौरतलब है कि पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल ही में कश्‍मीर का मुद्दा उठाने के लिए 22 सांसद नियुक्‍त किए हैं।

प्रदर्शन में शामिल एक व्‍यक्ति ने बताया, ”हम पीएम मोदी का सम्‍मान करते हैं और हम उनके प्रति आभारी हैं। पाकिस्‍तान के उलट वे हमारे साथ मानवीयता से बर्ताव करते हैं। पाकिस्‍तान ने बलूच लोगों को ढूंढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया है।” रैली के दौरान ‘हम चाहते आजादी, बलूचिस्‍तान को आजाद करो, बलूचिस्‍तान जिंदाबाद और मोदी आगे बढ़ो’ जैसे नारे लगाए गए। रैली में शामिल एक अन्‍य व्‍यक्ति ने कहा, ”हम हमारे देश के लिए लड़ रहे हैं। आप कितने लोगों को मारोगे? हम इंसानियत में विश्‍वास करते हैं। हमारे लिए इससे बड़ा कुछ नहीं है। हमारा प्रदर्शन बलूचिस्तान के लोगों के लिए और पाकिस्‍तान में मानवाधिकारों के उल्‍लंघन के खिलाफ है।”

पीएम मोदी ने अगस्‍त के दूसरे सप्‍ताह में सर्वदलीय बैठक में कहा था, ”बलूचिस्‍तान और पाक अधिकृत कश्‍मीर में अत्‍याचारों पर पाकिस्‍तान को दुनिया को जवाब देना होगा।” पीएम मोदी के भाषण के बाद बलूच नेशनल मूवमेंट के चेयरमैन खलील बलूच ने कहा था, ”बलूच लोगों को उम्‍मीद है कि अमेरिका और यूरोप भी पीएम मोदी के साथ होंगे और इंसानियत के खिलाफ हुए अपराधों पर पाकिस्‍तान को जिम्‍मेदार ठहराएंगे।”