अर्जेंटीना की एक पनडुब्बी करीब एक साल पहले 44 क्रू मेंबर्स के साथ अटलांटिक में खो गई थी। उस समय 18 देशों ने साथ मिलकर इसकी खोज की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी। इसके बावजूद अर्जेटीना नेवी ने तलाश जारी रखी। शनिवार (17 नवंबर) को यह पनडुब्बी गहरे पानी में मिली है। पनडुब्बी मिलने के ठीक दो दिन पहले गुम हुए लोगों के परिजनों ने उनकी याद में एक सभा का आयोजन किया था। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, अर्जेंटीना की नेवी ने शनिवार को घोषणा किया कि खोजी दल ने एक साल पहले गुम हुए पनडुब्बी एआरए सैन जुआन को अटलांटिक में गहरे पानी में खोज लिया है। नेवी के द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह पनडुब्बी अर्जेंटीना पटागोनिया में वेलडेस प्रायद्वीप के समीप समुंद्र में 800 मीटर (2,625 फीट) नीचे मिला है। नेवी ने कहा कि अमेरिकन शिप ‘ओसियन इंफिनिटी’ को गुम हुए पनडुब्बी की खोज में लगाया गया था, जिसने सकारात्मक नतीजे दिए।

दरअसल, 15 नवंबर 2017 को इस पनडुब्बी के गुम होने की सूचना मिली थी। इसके एक साल बाद पनडुब्बी पर सवार लोगों की याद में उनके परिजनों ने एक सभा का आयोजन किया था। इस सभा में राष्ट्रपति मौरिको मैश्री ने कहा था, “पनडुब्बी पर सवार लापता लोगों के परिजनों को अभी अकेला महसूस नहीं करना चाहिए। हम सब उनके साथ हैं। पनडुब्बी के बारे में पता लगाने का हर संभव प्रयास  किया जा रहा है।” ठीक इसके दो दिन बाद 17 नवंबर को नेवी द्वारा पनडुब्बी के मिलने की घोषणा की गई। मैश्री ने पनडुब्बी के लापता होने के बाद इसकी पूरी जांच का वादा किया था। जांच के दौरान पुलिस ने पिछले जनवरी में एक नौसेना के ठिकाना सहित अन्य जगहों पर छापेमारी भी की थी। नेवी प्रमुख को बर्खास्त भी कर दिया था।

नेवी ने कहा कि, “15 नवंबर को तत्कालिन कैप्टन ने सूचना दी कि पनडुब्बी में पानी घुस गया है और इस वजह से शॉर्ट सर्किट हो गया है। कुछ देर बाद ब्लास्ट हुआ और पनडुब्बी का संपर्क टूट गया।” जिस समय यह घटना हुई जब पनडुब्बी सैन जुआन मैर डेल प्लाटा स्थित अपने ठिकाने पर लौट रहा था। इसके बाद अर्जेंटीना ने 18 देशों की सहायता से इस पनडुब्बी की खोज शुरू की थी। गहन खोज के बाद लापता लोगों के मिलने की आशा छूट गई थी। इसके बावजूद नौसेना ने पनडुब्बी की तलाश जारी रखी। बता दें कि जर्मनी निर्मित इस डीजल और इलेक्ट्रिक पनडुब्बी को 1980 के मध्य में इसे बेड़े में शामिल किया गया था। 2008 से 2014 के बाद इसकी मरम्मत भी हुई थी। लेकिन उस समय एक्सपर्ट्स ने कहा था कि इसकी मरम्मत काफी कठिन है।