अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सिखों से वादा किया है कि वह उनकी इस मांग पर गौर करेंगे, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें दाढ़ी बढ़ाने और पगड़ी पहनने जैसी उनके धर्म से जुड़ी चीजों पर ‘प्रतिबंध लगाए बिना’ अमेरिकी सेना में सेवाएं देने की अनुमति दी जाए। यह जानकारी एक जाने-माने सामुदायिक संगठन ने दी है।
इस संगठन ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सिख काउंसिल आॅन रिलीजन एंड एजुकेशन के अध्यक्ष राजवंत सिंह ने बुधवार को ओबामा से व्हाइट हाउस में मुलाकात की और उन्हें कहा कि वे सिखों को अमेरिकी सशस्त्र बलों में बिना किसी प्रतिबंध के सेवाएं देने की अनुमति दें।
सिंह और उनकी पत्नी को अमेरिका के प्रथम परिवार ने हॉलिडे रिसेप्शन पर व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था। सिंह ने राष्ट्रपति से कहा, ‘‘आपको सिखों को सेना में बिना किसी प्रतिबंध के सेवाएं देने की अनुमति देनी है। वे तभी अपनी सेवाएं दे सकते हैं, जब पेंटागन उन्हें कुछ छूट देता है। ऐसा होना ही चाहिए। कृपया सिखों के खिलाफ लगे इस प्रतिबंध को हटाए बिना आप पद न छोड़ें।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति ने मामले पर गौर करने और जवाब देने का वादा किया।’’ आगे विज्ञप्ति में ओबामा के हवाले से कहा गया, ‘‘सिख महान योद्धा हैं। मैं मामले पर गौर करूंगा और फिर बताऊंगा।’’ सिंह ने ओबामा से यह भी कहा कि कनाडा में एक पगड़ीधारी सिख रक्षा मंत्री पद पर तैनात है। राष्ट्रपति ने इस बात को स्वीकारा।
इस माह की शुरुआत में, अमेरिकी सेना में एक सक्रिय लड़ाकू जवान के तौर पर तैनात सिख को एक दुर्लभ अपवाद के तहत, अस्थायी रूप से धार्मिक रियायत दी गई थी। इसके चलते उसे दाढ़ी बढ़ाने और पगड़ी पहनने की अनुमति मिल गई थी।