रिलायंस पॉवर ने बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ ढाका के नजदीक मेघनाघाट के लिए 750 मेगावॉट तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) बिजली परियोजना के पहले चरण के लिए सोमवार को साझेदारी के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस समझौते में प्रस्तावित एकीकृत संयुक्त चक्र बिजली परियोजना के लिए बिजली खरीद समझौता (पीपीए) और कार्यान्यवन समझौता (आईए) शामिल है। इस परियोजना के पहले चरण में 1 अरब डॉलर (6,500 करोड़ रुपये) की लागत से एलएनजी टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। यह समझौता भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित व्यापार सम्मलेन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में किया गया। रिलायंस पॉवर ने इसके अलावा पेट्रो बांग्ला के साथ भी एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसके तहत बांग्लादेश के चटगांव के पास कुतुबदिया द्वीप पर एक एलएनजी टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित है। कंपनी ने बांग्लादेश पॉवर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा के दौरान छह जून को एकीकृत परियोजना के लिए समझौता किया था।
भारत और बांग्लादेश की कंपनियों ने नौ अरब डॉलर से अधिक मूल्य के करार किए। इन समझौतों का मकसद दोनों देशों के बीच बिजली और तेल एवं गैस क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की मौजूदगी में इन सहमति ज्ञापनों (एमओयू) पर दस्तखत किए गए। इनमें एक करार बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी (बीआईएफपीसीएल) तथा भारत के एक्जिम बैंक के बीच बांग्लादेश के रामपाल में 1.6 अरब डॉलर की 1,320 मेगावॉट की मैत्री बिजली परियोजना का वित्तपोषण है। इसके अलावा एक अन्य एमओयू रिलायंस पावर और बिजली, ऊर्जा तथा खनिज संसाधन मंत्रालय के बीच मेघनाघाट में 3,000 मेगावॉट की बिजली परियोजना के पहले चरण से बिजली खरीद का एक अरब डॉलर का करार है।
इस परियोनजा पर कुल तीन अरब डॉलर का निवेश किया जाना है। इसी तरह एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम (एनवीवीएन) तथा बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीस नेपाल से प्राप्ति की बिजली आपूर्ति का करार हुआ है। यह 3.15 अरब डॉलर के निवेश का करार है। इस कार्यक्रम में अडाणी पावर (झारखंड) तथा बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीच दो अरब डॉलर के करार पर दस्तखत किए गए। साथ ही अडाणी पावर (झारखंड) तथा पावर ग्रिड कंपनी बांग्लादेश के बीच भी करार हुआ। साथ ही पेट्रोनेट एलएनजी भारत और बांग्लादेश ऑयल, गैस और मिनरल कॉर्पोरेशन के बीच भी एनएनजी टर्मिनल के इस्तेमाल का करार हुआ।
