अमेरिका की एक मीडिया निगरानी संस्था ने इस हफ्ते बिहार और झारखंड में दो पत्रकारों की जघन्य हत्या के मामले में जांच की मांग की है। कमेटी टु प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स एशिया प्रोग्राम के वरिष्ठ रिसर्च एसोसिएट सुमित गलहोत्रा ने एक बयान में कहा, ‘पत्रकारों की हत्या के मामले में पुलिस जांच का स्वागत है, वहीं हत्यारों को गिरफ्तारी या सख्त कैद की सजा के बिना जांच से गलत संदेश जाएगा।’
हिंदी अखबार ‘हिंदुस्तान’ के बिहार के सीवान जिले के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन को शुक्रवार शाम गोली मार दी गई जब वह अपनी मोटरसाइकिल से एक फल बाजार के पास से निकल रहे थे। 45 साल के रंजन की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
इस घटना से 24 घंटे से भी कम समय पहले झारखंड के चतरा जिले के देवरिया में अज्ञात लोगों ने एक समाचार चैनल के पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। गलहोत्रा ने कहा, ‘भारत में पत्रकारों की हत्या करने वालों पर मुकदमे के खराब रिकॉर्ड से मीडिया के लिए खतरनाक माहौल बनता जा रहा है।’
