अल-कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन ने मुसलमानों की आपसी लड़ाई के बावजूद अपने साथियों के साथ अमेरिका पर हमले के लिए ध्यान लगाने की कसम खाई थी।

बुधवार को सार्वजनिक हुए कुछ दस्तावेजों ने ओसामा की सोच पर, पश्चिमी देशों की जासूसी को लेकर उसकी चिंता तथा समूह की मीडिया छवि को लेकर उसकी सोच पर नये सिरे से रोशनी डाली है।

ओसामा के सामने आये नये दस्तावेज के मुताबिक उसने कहा था, ‘‘हमारा ध्यान अमेरिकी लोगों और उनके नुमाइंदों को मारने और उनसे लड़ने पर होना चाहिए।’’

यह पत्र उन हजारों दस्तावेजों में से एक है जो अमेरिकी नौसेना सील्स को दो मई, 2011 को मिले थे, जब सेना ने एबटाबाद में ओसामा के ठिकाने पर धावा बोला था और उसे मार गिराया था।

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अब ओसामा के दस्तावेजो में से लिये गये 100 से ज्यादा ऐसे दस्तावेजों को सार्वजनिक किया है। सांसदों ने उन्हें ऐसा करने को कहा था। आलोचकों ने सीआईए पर सामग्री को दबाकर रखने का आरोप लगाया था।

दस्तावेज जारी होने से पहले विशेष रूप से एएफपी को उपलब्ध कराये गये। अमेरिका के राष्ट्रीय गुप्तचर कार्यालय के निदेशक के प्रवक्ता जेफ एंकुकैतिस के अनुसार यह दस्तावेज राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रशासन में अधिकाधिक पारदर्शिता नीति के तहत जारी किए गए हैं।

यह दस्तावेज मूल दस्तावेज का सीआईए द्वारा अंग्रेजी में किया गया अनुवाद है और एएफपी के पास इनकी वैधता अथवा इसके अनुवाद की प्रामाणिकता को जांचने का कोई जरिया नहीं है।