इंडोनेशिया से सिंगापुर जा रहा एअर एशिया का एक विमान रविवार को हवाई यातायात नियंत्रणकर्ताओं से संपर्क टूटने के बाद लापता हो गया। विमान में कुल 162 लोग सवार हैं। विमान के लापता होने से ठीक पहले पायलटों ने खराब मौसम के कारण उड़ान की योजना में बदलाव की अपील की थी। इंडोनेशिया की मदद से जारी खोज अभियान को खराब मौसम के कारण रोक दिया गया। यह सोमवार सुबह फिर शुरू होगा।
एक परिवहन अधिकारी ने बताया कि जकार्ता हवाई यातायात नियंत्रक से विमान क्यूजेड 8501 का संपर्क स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजकर 24 मिनट के ठीक बाद टूट गया था। सिंगापुर नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएस) ने कहा कि जिस समय विमान से संपर्क टूटा, उस समय यह इंडोनेशियाई उड़ान सूचना क्षेत्र (एफआइआर) में था। विमान सिंगापुर-जकार्ता की एफआइआर सीमा से 200 समुद्री मील से अधिक दक्षिण-पूर्व में था।
विमान के साथ संपर्क इसके उड़ान भरने के 42 मिनट बाद टूटा। इस विमान में कोई भारतीय नागरिक सवार नहीं था। इस विमान ने स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बज कर बीस मिनट पर इंडोनेशिया के सुराबाया से उड़ान भरी थी। विमान को सिंगापुर के चांगी हवाईअड्डे पर सुबह साढ़े आठ बजे उतरना था।
ट्विटर पर लोगों की प्रतिक्रिया…
इंडोनेशिया के एक परिवहन अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि विमान पर 155 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। यात्रियों में एक ब्रिटिश, एक मलेशियाई, एक सिंगापुरी, तीन दक्षिण कोरियाई और 149 इंडोनेशियाई नागरिक थे। अधिकारियों ने बताया कि एअर बस ए 320-200 का पता लगाने के लिए दो इंडोनेशियाई सैन्य विमानों और एक हेलिकॉप्टर को लगाया गया। लेकिन खराब मौसम और अंधेरे की वजह से खोज अभियान रोक दिया गया है। यह सोमवार सुबह फिर शुरू होगा। अधिकारियों ने रविवार सुबह संवाददाताओं से कहा कि विमान में कई घंटे तक उड़ने लायक ईंधन था।
इस बीच एक विमान के सुमात्रा के पूर्वी तट से परे पूर्वी बेलितुंग के जल में दुर्घटनाग्रस्त होने की अपुष्ट खबरें हैं। हालांकि विमान और घटनास्थल के बारे में जानकारी अभी नहीं मिली सकी है।
वहीं चीन ने कहा है कि वह विमान के लापता होने की घटना पर लगातार नजर रखे हुए है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि चीन विमान के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर चिंतत है और उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता है।
विमान के लापता होने के बाद एअर एशिया ने ट्विटर और फेसबुक पर अपने चमकदार लाल रंग के लोगो को बदल कर उसे भूरे रंग का कर दिया। एअर एशिया के फेसबुक पेज पर एक बयान में कहा गया है,‘एअर एशिया इंडोनेशिया बहुत दुख के साथ इस बात की पुष्टि करता है कि सुराबाया से सिंगापुर को जाने वाले विमान क्यूजेड 8501 का हवाई यातायात नियंत्रक के साथ संपर्क रविवार सुबह सात बजकर 24 मिनट पर टूट गया।’ मलेशिया की इस विमानसेवा ने बयान में कहा,‘दुर्भाग्यवश हमें इस समय विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौजूदा स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन जैसे ही कोई जानकारी आती है, हम सभी पक्षों को उसके बारे में अवगत कराते रहेंगे।’ यह विमान ए320-200 एअरबस थी। इसका पंजीकरण संख्या पीके-एएक्ससी थी। बयान के मुताबिक विमान को खोजने का अभियान जारी है। एअर एशिया बचाव कार्यों में सहयोग कर रही है।
स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक इंडोनेशियाई परिवहन मंत्रालय के अधिकारी हादी मुस्तफा ने कहा कि संपर्क टूटने से पहले विमान ने आमतौर पर अपनाए जाने वाले रास्ते से अलग एक रास्ते के बारे में पूछा था। वहीं एअर एशिया ने कहा कि चालक ने खराब मौसम के कारण उड़ान की योजना में ‘परिवर्तन’ का अनुरोध किया था।
इंडोनेशिया ने विमान का पता लगाने में सिंगापुर की ओर से दिए गए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने पंगकल पिनाग सर्च एंड रेस्क्यू के कार्यालय से खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिए हैं। सीएएएस और चांगी हवाई अड्डा समूह संकट प्रबंधन केंद्रों को पहले ही सक्रिय किया जा चुका है।
एअर एशिया समूह के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी टोनी फर्नांडीज ने कंपनी से हिम्मत रखने को कहा है। भारतीय मूल के फर्नांडीज ने ट्वीट किया,‘आप सभी की संवेदनाओं और प्रार्थनाओं के लिए शुक्रिया। हमें मजबूत बने रहना है।’ फर्नांडीज ने इस किफायती विमान सेवा का परिचालन शुरू किया था। मलेशिया ने खोज अभियान में मदद की पेशकश भी की है। एअर एशिया इस क्षेत्र में एक किफायती विमानसेवा के तौर पर काफी लोकप्रिय है। यह लगभग 100 स्थानों की यात्रा करती है। कई एशियाई देशों में इसकी सहायक कंपनियां हैं।
एअर एशिया के संपर्क टूटने की इस घटना से लगभग 10 महीने पहले मलेशियाई एअरलाइंस का विमान एमएच 370 लापता हो गया था। वह विमान आठ मार्च को दक्षिणपूर्वी एशिया पर रडार के क्षेत्र से बाहर चला गया था। खोजकर्ताओं को अभी तक एमएच 370 का कोई मलबा नहीं मिला है। वहीं जुलाई में मलेशिया के एक और विमान एमएच 17 को यूक्रेन की सीमा के ऊपर मार गिराया गया था। इसमें 298 लोग मारे गए थे।