जावा समुद्र में एअर एशिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान की खोज के दौरान धातु से बनी चार बड़ी वस्तुएं मिली हैं। पता चला है कि 162 लोगों को लेकर जा रहा विमान हादसे के वक्त अनधिकृत समय में उड़ रहा था। अत्याधुनिक उपकरणों से लैस बहुराष्ट्रीय खोजकर्ता पीड़ितों के शव, एअरबस 320 के ब्लैक बॉक्स रिकार्डर और मलबे को समुद्री जल में खोजने में लगे हैं।
इंडोनेशिया की खोज व बचाव एजंसी के प्रमुख बमबंग सोएलिस्तयो ने जकार्ता में पत्रकारों से कहा कि हमें दुर्घटनाग्रस्त विमान के चार बड़े हिस्से मिले हैं। उन्होंने कहा कि एक बड़ी वस्तु का रात के समय एक खोजी पोत द्वारा पता लगाया गया जबकि तीन अन्य का शनिवार को समुद्र के तल पर पता लगा। इन तीन में से सबसे बड़ा हिस्सा करीब 18 मीटर लंबा है। दो वस्तुएं पांगकलां बन के पास समुद्र तल में मिलीं। एक वस्तु 9.4 मीटर लंबी गुणा, 4.8 मीटर चौड़ी और आधा मीटर ऊंचाई की है जबकि इसके पास ही मिली दूसरी वस्तु 7.2 मीटर गुणा आधा मीटर माप की है।
उन्होंने कहा कि ऊंची लहरों से खोजी प्रयास प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन दलों को रविवार से बहुत उम्मीदें हैं जब लहरें डेढ़ से दो मीटर के बीच रहने का पूर्वानुमान है। जावा सागर से अब तक 30 शव बरामद हो चुके हैं। इसी बीच, ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने खबर दी कि इंडोनेशिया के अधिकारियों ने कहा कि एअर एशिया ने रविवार को हादसे वाले दिन सुराबाया से सिंगापुर मार्ग पर उड़कर अपने लाइसेंस के नियमों का उल्लंघन किया। अधिकारी विमानन कंपनी के अन्य यात्रा कार्यक्रमों की जांच करेंगे। एअर एशिया के विमान को रविवार को सुराबाया-सिंगापुर मार्ग पर उड़ने की इजाजत नहीं है।
हवाई यातायात के महानिदेशक दजोको मुरजातमोदजो ने कहा कि इसने मार्ग अनुमति और समय कार्यक्रम अनुमति का उल्लंघन किया, यह समस्या है। एअर एशिया इंडोनेशिया को इस मार्ग पर चलने की अनुमति सिर्फ सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के लिए ही है। लेकिन वह इसका संचालन रविवार को भी कर रही थी। सिंगापुर ने शनिवार को कहा कि उसने एअर एशिया विमानों को रविवार को सुराबाया-सिंगापुर मार्ग पर उड़ान की इजाजत दी थी। अधिकारी इस संभावना की जांच कर रहे हैं कि पायलट कैप्टन इरियांतो ने उड़ान भरते वक्त मौसम विभाग से मौसम रिपोर्ट नहीं मांगी जबकि पायलटों को उड़ान भरने से पहले ऐसा करना होता है।
