एअर एशिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से खोज अभियान में जुटे गोताखोरों ने आज महत्वपूर्ण डाटा रिकॉर्डर बरामद कर लिया और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के स्थान का पता लगा लिया। यह विमान दो सप्ताह पहले जावा सागर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। विमान में 162 लोग सवार थे।

इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी बसरनास के प्रमुख बमबांग सोएलिसत्यो ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा समिति के प्रमुख से स्थानीय समयानुसार सुबह 7:11 बजे सूचना मिली कि ब्लैक बॉक्स के एक हिस्से अथवा फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (एफडीआर) को बरामद कर लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें जो मिला और बरामद हुआ वो एफडीआर है।’’

सोएलिसत्यो ने कहा कि इसकी पुष्टि की जाती है कि बरामद की गई वस्तु पर ‘पीएन-2100-4043-02’ और ‘एसएन-000556583’ टैग और सीरियल नंबर अंकित हैं। ब्लैक बॉक्स विमान के पिछले हिस्से के मलबे के नीचे से बरामद किया गया। इसे एक पोत पर रखा गया है और अब जकार्ता में जांच अधिकारियों के पास ले जाया जाएगा।

इस बीच, इंडोनेशिया के खोज एवं बचाव अभियान के निदेशक सुप्रियादी ने कहा कि विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर वाले स्थान से 20 मीटर की दूरी पर होने के बारे में पता चला है। अधिकारियों का कहना है कि अब कॉकपिट रिकॉर्डर को बरामद करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

ब्लैक बॉक्स में दो उपकरण फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर होते हैं। इन उपकरणों के जरिए हादसे की असल वजह जानने में मदद मिल सकती है। ये रिकॉर्डर अहम होते हैं क्योंकि इनमें पायलट के निर्देशों सहित विभिन्न आंकड़े होते हैं।

विमान के पिछले हिस्से में लगा रिकॉर्डर जैसे ही पानी के संपर्क में आता है यह तेज सिग्नल छोड़ता है। ब्लैक बॉक्स में लगी बैटरियां 30 दिनों तक काम करती है।

इंडोनेशिया के सुरबाया से सिंगापुर जा रही एअर एशिया की उड़ान क्यूजेड 8501 बीते 28 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। अपने अंतिम संवाद में एयरबस ए 320-200 के पायलट ने कहा था कि तूफान से बचने के लिए वह रास्ता बदलना चाहते हैं। इसके बाद संपर्क टूट गया। अब तक 48 शव बरामद किए गए हैं।

इंडोनेशिया के परिवहन मंत्री इग्नासिअस जोनान ने भरोसा दिलाया है कि सभी शवों को खोजने का काम जारी रहेगा चाहे इसमें कितना भी समय लगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस काम में सरकारी बजट से रकम खर्च की जाएगी।