सिंगापुर में देश के नौवें राष्ट्रपति को चुनने के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहा है। सिंगापुर में साल 2011 के बाद यह पहला राष्ट्रपति चुनाव है। हालांकि वहां हर छह साल में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होता है लेकिन 2017 का चुनाव रिजर्व था। सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए पहला चुनाव 28 अगस्त 1993 को हुआ था।

त्रिकोणीय मुकाबले में पूर्व मंत्री भारतीय मूल के थरमन शणमुगारत्नम भी किस्मत आजमा रहे हैं। यहां 27 लाख से अधिक वोटर हैं। मतदान सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक चलेगा। इसके बाद मतगणना आरंभ होगी और मध्यरात्रि तक नतीजे आ जाएंगे। देश के नौवें राष्ट्रपति के लिए हो रहे मुकाबले में थरमन के अलावा दो अन्य उम्मीदवार भी हैं।

अन्य दो उम्मीदवारों में सिंगापुर सरकार इन्वेस्टमेंट कॉर्प (GIC) के पूर्व अधिकारी एन कोक सोंग है। जबकि दूसरे बीमा समूह के एनटीयूसी इनकम के पूर्व प्रमुख टेन किन लियान हैं। मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह वर्ष का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है। वह देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं।

2017 में सिंगापुर को मिली थी पहली महिला राष्ट्रपति

सिंगापुर चुनाव विभाग (ELD) का कहना है कि 2017 का राष्ट्रपति चुनाव एक आरक्षित चुनाव था जिसमें केवल मलय समुदाय के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति थी। उस दौरान हलीमा को राष्ट्रपति नामित किया गया था क्योंकि कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था।

भारतीय मूल के 66 वर्षीय अर्थशास्त्री शणमुगारत्नम ने पिछले महीने औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के लिये अपना अभियान शुरू किया था। वह सख्त मानदंडों के तहत चुने गए तीन उम्मीदवारों में से एक हैं।

सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए कड़ी प्रक्रिया होती है। राजनीति में 2001 में आए शणमुगारत्नम ने दो दशकों से अधिक समय तक सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (PAP) के साथ काम किया है। उनका कहना है कि वो सिंगापुर की संस्कृति को और ज्यादा चमकदार बनाने की कोशिश के साथ देश को और ज्यादा बेहतरीन बनाने की दिशा में काम करेंगे।