अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में चरमपंथियों ने बुधवार (1 मार्च) को दो सुरक्षा पसिरों पर हमला किया जिनमें 15 लोग मारे गए और 38 अन्य घायल हो गए। अफगान गृह मंत्रालय ने बताया कि पश्चिमी काबुल में एक आत्मघाती कार बम हमलावर ने पुलिस परिसर को निशाना बनाने का प्रयास किया और वहां गोलीबारी भी हुई। इस हमले के बाद आसमान में धुआं उठता दिखायी पड़ा। मंत्रालय ने कहा कि इस हमले के पांच मिनट बाद ही एक अन्य आत्मघाती हमलावर ने पूर्वी काबुल में अफगान खुफिया एजेंसी के भवन में गेट पर हुए खुद को उड़ा लिया। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस स्टेशन पर कार बम हमलावर के हमले के बाद एक और हमलावर इमारत के भीतर घुस गया।
तालिबान ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। तालिबान प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने हमलावरों को ‘शहीद’ करार दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घायलों में कुछ हाल की गंभीर है। इससे पहले, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीबुल्ला दानिश ने बताया, ‘काबुल में आज (बुधवार, 1 मार्च) दो हमले हुए। जन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मुजरो ने बताया कि थाने पर हमले में 15 लोग मारे गए औार 43 घायल हो गए तथा पूर्वी काबुल में हुए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक घायल हो गया।
अफगानिस्तान: पुलिसकर्मी ने अपने सहकर्मियों पर गोली चलाकर 11 को मारा, तालिबानी आतंकियों ने ली हत्या की जिम्मेदारी
अफगानिस्तान के दक्षिणी हेलमंद प्रांत में एक जांच चौकी पर तालिबान से जुड़े एक पुलिसकर्मी ने अपने सहकर्मियों पर गोलियां चला दी, जिसमें कम से कम 11 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। यह घटना सोमवार (27 फरवरी) रात की है जब इस प्रांत की राजधानी लश्कर गाह में पुलिसकर्मी अपनी-अपनी बैरक में सो रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि जांच चौकी के चारों ओर सभी पुलिसकर्मी खून से लथपथ पड़े थे। उनमें में कई को काफी नजदीक से गोली मारी गयी। यह हमला अफगान पुलिस के लिए एक बड़ा आघात है। एक प्रांतीय अधिकारी ने एएफपी से कहा, ‘तालिबान से जुड़े एक पुलिसकर्मी ने अपने 11 सहकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद वो सभी हथियार और गोला बारूद लेकर फरार हो गया।’
पुलिस ने तालिबान घुसपैठिये को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने एएफपी को बताया कि लश्कर गाह के एक अस्पताल में 11 पुलिसकर्मियों के शव मिले हैं। अफीम से बर्बाद इस प्रांत के बड़े हिस्से को नियंत्रित करने वाले तालिबानी आतंकवादियों ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली है। गत वर्ष सितंबर में इसी तरह की घटना में दो अफगान सैनिकों ने उत्तरी कुंदुज प्रांत में कम से कम 12 सैनिकों की हत्या कर दी थी। दोनों सैनिकों के तालिबान से संबंध रखने का संदेह था।
