अफ़ग़ानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हाल में हुई भारी बर्फबारी के कारण आए हिमस्खलन से कम से कम 119 लोगों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने सोमवार (6 फरवरी) को यह जानकारी दी। आपदा प्रबंधन एवं मानवीय मामलों के राज्य मंत्री वैस अहमद बरमाक ने कहा कि कई प्रांतों में आए हिमस्खलनों से कम से कम 89 लोग घायल हुए हैं और 190 घर तहस नहस हो गए। बचाव दल बर्फ से बंद पड़ी सड़कों से जूझते हुए प्रभावित इलाकों में पहुंचे जिसके साथ यह आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। पाकिस्तान सीमा के पास नूरिस्तान प्रांत में दो गांव बर्फ में दब गए और हाल में हुई मौतों में से अधिकतर इसी प्रांत में हुईं। बरमाक के प्रवक्ता उमर मोहम्मदी ने बताया कि बचाव दलों को इन गांवों से अब तक 48 शव मिले हैं और वहां 1,000 हेक्टेयर (2,500 एकड़) से अधिक खेत नष्ट हो गए।
मोहम्मदी ने कहा कि आपदा से किस हद तक नुकसान पहुंचा है, इसे लेकर स्थिति साफ होने में कुछ समय लगेगा। रविवार (5 फरवरी) को अफगानिस्तान की सरकार ने देश भर में भारी बर्फबारी के कारण सरकारी छुट्टी की घोषणा कर दी थी। संयुक्त राष्ट्र ने देश के लिए मदद की पेशकश की है। अफ़ग़ानिस्तान से जुड़े संयुक्त राष्ट्र मानवीय समन्वयक मार्क बोडेन ने एक बयान में कहा, ‘मैं अफ़ग़ान सरकार की कोशिशों की सराहना करता हूं जो आपदा से निपटने में तेजी से जुट गयी।’ उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र तंत्र स्थिति से निपटने में अफ़ग़ान सरकार की पूरी तरह मदद करने को तैयार है।’