रूस के सुखोई पैसेंजर जेट में रविवार को इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया। इस हादसे में 41 लोगों के मारे जाने की खबर है। रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना में 2 बच्चों व 1 फ्लाइट अटेंडेंट भी शामिल है। हादसा मॉस्को के शेरेमेटयेवो एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान हुआ।
सोशल मीडिया पर इस घटना के विडियो में लोग आग लगे एयरोफ्लोट एयरक्राफ्ट की इमरजेंसी गेट से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं। विमान में 78 लोग और चालक दल के 5 सदस्य सवार थे। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रमुख वेरोनिका स्कोवोर्तसोवा एक बयान में कहा कि अस्पताल में 6 लोगों को भर्ती कराया गया है। इनमें से 3 लोगों की हालत गंभीर है।
इससे पहले रूस के राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयरोफ्लोटक के विमान की ‘तकनीकी कारणों’ से इमरजेंसी लैंडिंग को मजबूर होना पड़ा। इसके वास्तविक कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। यह सुखोई सुपरजेट-100 विमान था। विमान ने स्थानीय समय के अनुसार शाम 6.02 मिनट पर मरमन्स्क सिटी से उड़ान भरी थी।
विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद तकनीकी गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर चालक दल के सदस्य ने डिस्ट्रेस सिगनल दिया। एयरोफ्लोट ने बयान जारी कर कहा कि विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराने के दौरान रनवे पर ही विमान के इंजन में आग लग गई। कंपनी ने कहा कि चालक दल के सदस्यों ने यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया।
इनमें से कुछ लोगों को 55 सेकंड के दौरान बाहर निकाल लिया। एयरोफ्लोट कंपनी ने हादसे में बचने वाले लोगों की सूची जारी की है। कंपनी का कहना है जैसे ही उसके पास नई सूचना आएगी लोगों को तुरंत इसके बारे में सूचित किया जाएगा। इंटफेक्स ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि विमान के इंजन में शुरुआती रूप से आग हवा में नहीं बल्कि हार्ड लैंडिंग के बाद लगी।
Первые секунды после посадки горящего борта в Шереметьево. Люди, спасшиеся из самолёта, бегут по полосе pic.twitter.com/j3lcDnvtEF
— baza (@bazabazon) May 5, 2019
चालक दल का शुक्रियाः हादसे में सुरक्षित बचे एक यात्री दिमित्री खेलबुशकिन ने कहा कि वह चालक दल का बहुत शुक्रगुजार है। उसने कहा कि आज में चालक दल के सदस्यों के कारण ही जिंदा हूं। मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं। हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
रूस के राष्ट्रपति ने जताया दुखः हादसे के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति दुख और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मरमन्सक शहर में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है।