नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या आज बढ़कर 6,624 हो गई और 14,025 अन्य लोग घायल हैं। गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा, ‘‘ मृतकों की संख्या बढकर 6,624 हो गई है।’’ उसने बताया कि भूकंप के कारण 14,025 अन्य लोग घायल हुए हैं।

देश में आज सुबह आए 4.5 तीव्रता के भूकंप बाद के ताजा झटकों से लोगों में घबराहट फैल गई और वे खुले स्थानों की ओर भागे। नेपाल में बीते सप्ताह आए 7.9 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई है और लोग ताजा झटकों की आशंका के कारण ठंडी रात में खुले में सोने को मजबूर हैं।

राहत एजेंसियों का कहना है कि शक्तिशाली भूकंप की चपेट में आने से नेपाल के दूरस्थ पर्वतीय इलाके ‘‘लगभग पूरी तरह तबाह’’ हो गए हैं। हालांकि अब मदद धीरे धीरे दूरदराज के इलाकों में भी पहुंचनी शुरू हो गई है लेकिन भूकंप बाद के ताजा झटकों के कारण लोग घबराए हुए हैं।

अंतरराष्ट्रीय मानवीय संस्थाओं ने तत्काल राहत प्रयासों की अपील की है। आईएफआरसी में एशिया प्रशांत के निदेशक जगन चापागेन ने कहा, ‘‘ सिंधुपालचौक जिले के चौतारा से लौटे हमारे एक दल ने बताया है कि वहां 90 प्रतिशत मकान नष्ट हो गए हैं। अस्पताल ढह गए हैं और लोग अपने परिवार वालों को जीवित पाने की आस में हाथों से मलबा हटा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशंका है कि उन अन्य स्थानों पर भी स्थिति ऐसी ही होगी जहां मदद अभी तक पहुंच नहीं पाई है।’’

अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस महासंघ ने एक बयान में बताया कि केवल सिंधुपालचौक में अनुमानत: 40,000 मकान नष्ट हो गए हैं। राजनयिकों ने कल बताया था कि हिमालयी नेपाल में ईयू के 1000 से अधिक नागरिकों का अब भी कुछ पता नहीं है।