जापान के मध्य भाग में पहाड़ी इलाके में कल रात शक्तिशाली भूकंप आया जिसका सर्वेक्षण आज हेलीकॉप्टर से करने पर पहले सोचे गये नुकसान से ज्यादा तबाही हुई है। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के बाद दो गांवों के कम से कम 37 मकान गिर गये और 39 लोग घायल हो गये जिनमें सात गंभीर रूप से घायल व्यक्ति भी हैं। मध्य जापान के पहाड़ी इलाके के इस भाग में ही वर्ष 1998 में शीतकालीन ओलंपिक (विंटर ओलंपिक) का आयोजन हुआ था।
जापान की मौसम एजेंसी ने बताया कि कल नगानो शहर के पश्चिम में स्थानीय समयानुसार रात करीब 10 बजे 6.7 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र 10 किमी की गहराई में था। पहले एजेंसी ने भूकंप की तीव्रता 6.8 बताई थी जिसे अब संशोधित किया है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी है। हालांकि भूकंप के बाद सुनामी की कोई आशंका नहीं है।
नगानो के पश्चिम में स्थित हकूबा के एक रेस्तरां मालिक रिओ निशिनो ने जापानी चैनल एनएचके को बताया कि उन्होंने इससे पहले इतना शक्तिशाली भूकंप का झटका महसूस नहीं किया। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इमारतें हिल रही थीं। जापान के परमाणु नियामक प्राधिकरण ने बताया कि प्रभावित इलाके में तीन परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं जहां किसी असामान्य स्थिति की खबर नहीं है।
जापान में वर्ष 2011 में 9.0 तीव्रता का भूकंप और फिर विनाशकारी सुनामी आने के बाद से सभी परमाणु संयंत्र बंद हैं। तब फुकुशिमा में दाई…इचाई संयंत्र के तीन रिएक्टर पिघल गए थे। कल जिस जगह पर भूकंप आया, फुकुशिमा वहां से करीब 250 किमी उत्तर पूर्व में है।
जापान की सरकार के शीर्ष प्रवक्ता योशिहिदे सुगा ने संवाददाताओं को बताया ‘‘हम यथाशीघ्र स्थिति का आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं। घायलों को भी बचाने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।’’
स्थानीय एवं राष्ट्रीय आपदा एजेंसियों ने बताया कि भूकंप से हकूबा सर्वाधिक प्रभावित प्रतीत होता है जहां वर्ष 1998 में शीतकालीन ओलंपिक हुए थे। यहां कम से कम 30 मकान नष्ट हो गए और कुछ अन्य इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। उन्होंने बताया कि 17 लोग घायल हुए हैं।
राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने जापान की क्योदो समाचार एजेंसी को बताया कि ध्वस्त हुए मकानों के मलबे में 21 लोग दब गए थे लेकिन सभी को बाहर निकाल लिया गया। इनमें से दो घायल हैं। भूकंप की वजह से कई जगहों पर पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई जिससे पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। दो बड़ी सड़कों पर भूस्खलन की वजह से अन्य इलाकों में जाने का रास्ता बाधित हो गया है।
नगानो प्रीफैक्चर के आपदा प्रबंधन अधिकारी शिगेहारू फुजिमारा ने बताया ‘‘हमें डर है कि कुछ इलाके शायद अलग थलग हो गए हैं इसलिए हमें सूर्योदय के बाद नुकसान का व्यापक आकलन करने की जरूरत है।’’