भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में बंधक बनाए गए भारतीयों की हत्या की रिपोर्टों को खारिज करते हुए आज कहा कि आईएसआईएस ने जून 2014 में जिन 39 भारतीयों का अपहरण किया था, वे अब भी जिंदा हैं।

सुषमा ने यहां अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार इस साल नौ जून को काबुल से अपहृत कोलकाता की सहायताकर्मी जुडिथ डिसूजा की सुरक्षित रिहाई के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि ढाका स्थित रामकृष्ण मिशन के एक पुजारी को मौत की धमकी मिलने के बाद भारत बांग्लादेश के शीर्ष अधिकारियों के साथ संपर्क में है। सुषमा ने 40 वर्षीय जुडिथ के बारे में कहा, ‘‘हम अपनी तरफ से बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं। जिस तरह से हम बढ़ रहे हैं उससे मैं समझती हूं कि यह जल्द ही हल हो जाएगा।’’

उन्होंने मोसुल में आईएसआईएस के हाथों अपहृत 39 भारतीयों के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि उनके पास ‘‘उनकी हत्या के बारे में हरजित मसीह के बयान के अलावा कोई और सबूत नहीं है।’’
आईएसआईएस के चंगुल से निकल भागने में सफल रहे मसीह ने दावा किया था कि 39 भारतीयों की हत्या कर दी गई है।