कर्च जलसंधि में भारतीय नागरिकों को ले जा रहे दो पोतों में लगी आग, 14 की मौत होने की खबर मिली है। क्रीमिया को रूस से अलग करने वाले कर्च जलसंधि में दो पोतों में आग लग जाने से कम से कम 14 लोग मारे गए। इन दोनों पोतों पर चालक दल के भारतीय, तुर्की और लीबियाई सदस्य सवार थे। मंगलवार को मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली। रूस की जलसीमा के पास दोनों पोतों में आग लगी। इन पोतों पर तंजानियाई झंडा लहरा रहा था। इनमें से एक पोत द्रवीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) ले जा रहा था जबकि दूसरा एक टैंकर ले जा रहा था। आग उस वक्त लगी जब इनमें से एक पोत दूसरे पोत को ईंधन दे रहा था।

इस घटना के शिकार हुए कैंडी नाम के पोत के चालक दल में 17 सदस्य सवार थे जिसमें नौ तुर्की और आठ भारतीय नागरिक थे। दूसरे पोत माइस्त्रो के चालक दल में 15 सदस्य थे जिनमें तुर्की के सात, भारत के सात और लीबिया का एक नागरिक था। रूस की समाचार एजेंसी ‘ताश’ ने समुद्री अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी। ‘आरटी’ नाम के एक रूसी टीवी नेटवर्क ने रूसी समुद्री एजेंसी के हवाले से बताया कि कम से कम 14 नाविकों की मौत हुई है।
एजेंसी ने यह नहीं बताया कि मृतकों में किन देशों के नागरिक शामिल हैं।

रूसी समुद्री एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘अंदाजा लगाया जा रहा है कि (एक पोत पर) धमाका हुआ जिसके बाद आग दूसरे पोत तक फैल गई। बचाव टीम मौके पर पहुंचने वाली है।’’ करीब तीन दर्जन नाविकों ने पोतों से कूदकर आग की लपटों से अपनी जान बचाई।  प्रवक्ता ने बताया कि अब तक 12 लोगों को बचा लिया गया है। छह नाविक अब भी लापता हैं।