इंडोनेशियाई वायुसेना का एक परिवहन विमान मंगलवार को उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 116 व्यक्तियों की मौत हो गई। विमान में आग लगने के बाद उसमें विस्फोट हो गया और जलते हुए विमान के हिस्से मेडन शहर में गिरे। इससे कई इमारतें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं और कारों में आग लग गई। मेडन शहर सुमात्रा द्वीप में है।
वायुसेना प्रमुख अगुस सुप्रियतना ने बताया कि हादसे के वक्त विमान में 113 व्यक्ति सवार थे। इनमें 12 चालक दल के सदस्य और 101 यात्री थे। उन्होंने कहा कि इनमें से किसी के जिंदा होने की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा-‘कोई भी जीवित नहीं बचा है, मैं अभी तत्काल दुर्घटनास्थल से लौटा हूं।’ अभी तक 49 शव निकाल कर अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं।
विमान ने मेडन हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। वायुसेना के प्रवक्ता ने कहा कि मारे गए यात्रियों में कई सैन्यकर्मियों के परिवार के सदस्य थे। स्थानीय खोज व बचाव एजंसी ने कहा कि जब 51 साल पुराना विमान एक नवनिर्मित रिहायशी क्षेत्र के पास जमीन पर गिरा तो जमीन पर तीन लोगों की मौत हो गई।
हादसे के बाद बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू हो गया। दुर्घटनास्थल से शवों को ले जाने के लिए कई एंबुलेंस लगाई गईं। हादसे के बाद दुर्घटनास्थल के आसपास जमा भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी थी।
दुर्घटनास्थल के पास एक अंतरराष्ट्रीय विद्यालय में कार्यरत नोवी ने बताया कि उन्होंने एक विमान को अपने कार्यालय की खिड़की से बहुत कम ऊंचाई पर उड़ता हुआ देखा जिसके बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एक अन्य स्थानीय निवासी जनुआर ने कहा कि हादसे के पहले विमान मुश्किल में फंसा लग रहा था। उन्होंने कहा- मैंने विमान को हवाईअड्डे की दिशा से देखा और वह पहले ही झुक रहा था, उसके बाद मैंने उसमें से धुआं निकलते देखा।
स्थानीय पुलिस प्रमुख ने बताया कि शव इमारतों के मलबे और विमान के मलबे से दब गए हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोडो ने इस हादसे पर दुख जताया और ट्वीट किया- ‘परिवारों को धैर्य और शक्ति मिले। कामना करता हूं कि हम आपदा से सुरक्षित रहें।’
सेना के मुताबिक विमान ने स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बज कर आठ मिनट पर उड़ान भरी और दो मिनट बाद ही वहां से करीब पांच किलोमीटर की दूर दुर्घटनाग्रस्त होकर शहर में गिर गया।
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद पायलट ने ठिकाने पर लौटने की इजाजत मांगी। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि विमान के इंजन में कुछ खराबी आ गई हो। उन्होंने हालांकि कहा कि विमान बहुत अच्छी स्थिति में था और मेडन पहुंचने से पहले कई जगह रुका था।
