अमेरिका में मौजूदा और पूर्व राष्ट्रपतियों को सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। आमतौर पर सीक्रेट सर्विस एजेंट्स दर्जनों की संख्या में नेताओं के साथ रहते हैं। ऐसे में उनके लिए भी जरूरत के हिसाब से अहम व्यवस्थाएं की जाती हैं। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से यह नजारा काफी बदल गया। दरअसल, ट्रंप की बेटी इवांका और उनके दामाद को सुरक्षा मुहैया कराने वाली सीक्रेट सर्विस की टीम को कई महीनों तक इस्तेमाल करने लायक टॉयलेट के लिए परेशान रहना पड़ा, क्योंकि जोड़े ने उन्हें अपने घर के 6 टॉयलेट नहीं इस्तेमाल करने दिए।

द वॉशिंगटन पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक, काम के दौरान ही सीक्रेट सर्विसेज को एक बेहतर रेस्टरूम ढूंढने के लिए कई महीनों का समय लग गया है। इवांका और उनके पति जैरेड कुशनर के पड़ोसियों और कुछ अधिकारियों ने बताया कि कुछ समय तक एजेंट्स अस्थायी टॉयलेट और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उपराष्ट्रपति माइक पेंस के घर में टॉयलेट इस्तेमाल करते रहे। हालांकि, बाद में उन्हें एक करीब के घर में प्रयोग करने लायक टॉयलेट मिल गया।

हालांकि, सितंबर 2017 से लेकर अब तक सीक्रेट सर्विस की इस परेशानी का बोझ अमेरिकी टैक्स दाताओं को भी उठाना पड़ा है। बताया गया है कि सरकार हर दिन टॉयलेट के लिए ही 3000 डॉलर (करीब 2.10 लाख रुपए) खर्च कर रही थी। यानी अब तक सीक्रेट सर्विस के बाहर टॉयलेट इस्तेमाल करने का खर्च ही 1 लाख डॉलर (करीब 70 लाख रुपए) के पार हो चुका है।

व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने इस बात से इनकार किया कि इवांका और कुशनर ने सीक्रेट सर्विस एजेंट्स को अपने 5000 वर्ग फुट के घर में बाथरूम इस्तेमाल करने से रोका। अदिकारी ने बताया कि यह सीक्रेट सर्विस का ही फैसला था कि वे घर के अंदर नहीं जाएंगे। हालांकि, मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि एजेंट्स को सिर्फ परिवार के कहने पर ही घर से बाहर रखा गया था। सीक्रेट सर्विस की प्रवक्ता ने इस मामले में बोलने से इनकार करते हुए कहा कि वे अपने सुरक्षा मिशन के तरीके और संसाधानों के बारे में चर्चा नहीं करते।