कश्‍मीर हिंसा पर पाकिस्‍तान की दखलअंदाजी जारी है। अब नवाज शरीफ सरकार ने घाटी में हिंसा के दरम्‍यान घायल हुए कश्‍मीरियों का इलाज कराने का प्रस्‍ताव रखा है। शनिवार को एक बयान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतर्राष्‍ट्रीय जगत से इस बात की अपील की। उन्‍होंने कहा कि वे भारत से कहकर पाकिस्‍तान को इस बात की इजाजत दिलवाएं कि वही कश्‍मीर हिंंसा में घायल हुए लोगों का इलाज कर सके। शरीफ ने कहा कि पाकिस्‍तान घायलों को मेडिकल सहायता मुहैया कराना चाहता है, खासताैर से घातक पैलेट गन से घायल हुए लोगों को। घाटी में सुरक्षा बलों द्वारा पैलेट गनों के प्रयोग से करीब 100 लोगों की आंखों की रोशन जाने की खबर आई थी। इस पर अदालत ने भी केन्‍द्र सरकार को दूसरे विकल्‍प तलाशने के निर्देश दिए थे। शरीफ का बयान, गृहमंत्री राजनाथ सिंह के सार्क बैठक में कश्‍मीर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त करने के कुछ ही दिन बाद आया है। राजनाथ बैठक को बीच में ही छोड़कर देश लौट आए थे।

शरीफ द्वारा जारी बयान में कहा गया, ”भारत अधिकृत कश्‍मीर में मानवता पर आए संकट की भयावहता ने हमें पीड़‍ितों की मदद के लिए मजबूर किया है। गंभीर यह है कि भारत अधिकृत कश्‍मीर में पीड़‍ितों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। भारतीय सुरक्षा बल अस्‍पतालों और एम्‍बुलेंस को निशाना बना रहे हैं। अंधा होने पर पीड़‍ित और उनके परिवार के सामने दुरूह स्थिति पैदा हो जाती है। पैलेट गन के शिकार हुए कुछ लोग अब कभी नहीं देख पाएंगे। फिर भी वे लड़ रहे हैं, उन्‍हें आजादी की रोशनी का सहारा है। दुनिया को यह बात समझनी चाहिए। पाकिस्‍तान उन्‍हें नैतिक, राजनैतिक और कूटनीतिक रूप से समर्थन देता रहेगा।”