गुरुवार के दिन ऐसे बहुत से काम होते हैं जिन्हें न करने की सलाह दी जाती है। कुछ लोग इसके पीछे के कारण जानते हैं तो कुछ लोग इसे परंपरा के रूप से ऐसे ही करते चले आ रहे हैं। गुरुवार धर्म का दिन होता है। इस दिन गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। ब्रह्मांड में स्थित सभी नौ ग्रहों में गुरु सबसे भारी ग्रह माना गया है। इसलिए इस दिन हर वह काम जिसे करने से शरीर या घर में हल्कापन आता हो उन कामों को करने की मनाही होती है। क्योंकि माना जाता है ऐसा करने से शुभ कार्यों को कराने वाला गुरु ग्रह हल्का हो जाता है। जिससे उसका हम पर पड़ने वाला शुभ प्रभाव कम होने लगता है। गुरु को शिक्षा का भी कारक ग्रह माना जाता है। इस ग्रह को कमजोर करने से शिक्षा में असफलता हासिल होती है।
शास्त्रों में महिलाओं को इस दिन बाल धोने की मनाही होती है। इसके पीछे का कारण यह है कि स्त्रियों की कुंडली में बृहस्पति पति का कारक होता है। साथ ही इसे संतान का कारक ग्रह भी माना जाता है। इसलिए इस दिन सिर धोने से बृहस्पति प्रभावित होता है। जिससे इससे मिलने वाले शुभ प्रभावों से वंचित होना पड़ सकता है। साथ ही इस दिन बाल कटवाना भी अच्छा नहीं माना गया है। इससे संतान और पति को सफलता मिलने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। गुरुवार के दिन नाखून काटने और शेविंग करने से भी मना किया जाता है। शास्त्रों में गुरु ग्रह को जीव कहा गया है। जीव का मतलब जीवन और जीवन से मतलब आयु। इस दिन ये दोनों कार्य करने से गुरु ग्रह कमजोर होता है और आयु भी कम होती है।
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वास्तु अनुसार घर में ईशान कोण का स्वामी गुरु होता है। इस ईशान कोण का संबंध घर के बच्चों और पुत्र संतान से होता है। साथ ही ये दिशा धर्म और शिक्षा की होती है। इसलिए गुरुवार के दिन घर में अधिक वजन वाले कपड़ों को धोना, खराब समान घर से बाहर निकालना, घर की साफ-सफाई करना घर के इस कोने को कमजोर करता है। जिससे घर के बच्चों और सदस्यों की शिक्षा से संबंधी कार्य में बाधा उत्पन्न होती है।