हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिए वास्तु शास्त्र खास महत्व रखता है। वास्तु शास्त्र में घर की प्रत्येक वस्तु का घरवालों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताया गया है। इसलिए घर पर इस्तेमाल में लाई जानी वाली हर एक वस्तु का चुनाव बहुत ही सोच-समझकर करना चाहिए। आज हम आपको घर, दफ्तर और अन्य कई जगह पर सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले झाड़ू के बारे में बताएंगे। जी हां, वास्तु शास्त्र में इस बारे में विस्तार से बताया गया है कि घर पर इस्तेमाल होने वाला झाड़ू कैसा होना चाहिए। और किस तरह के झाड़ू के इस्तेमाल से हमारे जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही घर पर किस समय झाड़ू लगाया जाना चाहिए और गलत समय पर झाड़ू लगाने से क्या होता है।

वास्तु शास्त्र में ऐसा कहा गया है कि सफाई के लिए घर पर टूटी हुई झाड़ू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता फैलती है जिससे घरवालों के बीच बात-बात पर कलह होने लगती है। कहते हैं घर पर साफ-सफाई करने से वास्तु दोष दूर होता है। इसलिए घर पर सफाई के लिए गंदी या फिर गीली झाड़ू का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से लक्ष्मी जी नाराज हो सकती हैं और आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

बता दें कि वास्तु शास्त्र में झाड़ू को जलाने के लिए भी मना किया गया है। कहते हैं कि झाड़ू जलाना बहुत ही अशुभ कार्य है। ऐसा करने से आपको गरीबी का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही घर की छत पर झाड़ू रखने के लिए भी मना किया गया है। सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू लगाने की भी मनाही है। कहते हैं कि रात में झाड़ू लगाने से घर से लक्ष्मी जी चली जाती हैं। वास्तु शास्त्र की मानें तो घर के पूजा स्थल पर इस्तेमाल होने वाले झाड़ू का प्रयोग अन्य किसी जगह पर नहीं करना चाहिए।

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