धार्मिक ग्रंथों में तुलसी का बहुत महत्व माना गया है। शास्त्रों के मुताबिक तुलसी की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं इसके रोजाना दर्शन से पाप खत्म हो जाते हैं। तुलसी का प्रयोग धार्मिक अनुष्ठानों में बहुत किया जाता है। इसका उपयोग प्रसाद में भी किया जाता है। कहा जाता है कि तुलसी को चबाना नहीं चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु रुष्ट हो जाते हैं। तुलसी का इस्तेमाल औषधी में भी किया जाता है।  हिंदू धर्म में देव पूजा और श्राद्ध कर्म में तुलसी आवश्यक मानी गई है।

शास्त्रों में कहा गया है कि तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। अगर जरुरत हो तो पहले तुलसी से माफी मांगकर पत्ता तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से तुलसी नाराज नहीं होती है।  तुलसी पत्र से पूजा करने से यज्ञ, जप और व्रत करने का पुण्य प्राप्त होता है। आइए जानते है तुलसी तोड़ते वक्त कौन से मंत्रों का जाप करना चाहिए

1. ॐ सुप्रभाय नमः

2. ॐ सुभद्राय नमः

3. मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी
नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।

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