ज्योतिष शास्त्र में राशि को मान्यता दी गई है, अधिक कर्म लोग राशि के अनुसार करना ही पसंद करते हैं। इसी के अनुसार लोग मान्यता है कि हर पूजा में अपनी राशि के अनुसार काम करा जाता है तो वो कार्य शुभ माना जाता है। इसी तरह राशि के अनुसार ही रंग का प्रयोग करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। कई बार हमारे ग्रहों की चाल जो भटक रही होती है राशि अनुसार उपाय करने से सुधर जाती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों की दशा में बदलाव आता है। कुंडली में ग्रह दशा बदलते हैं तो उसका प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है। इसके कारण कई बार इंसान बुरी तरह समस्याओं में फंस जाता है। इन सब से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय दिए गए हैं जिन्हें अपनाने से ग्रह दोष शांत हो जाते हैं।
मेष- शुभ रंग नीला है। भाग्य प्रतिशत 80 होगा।
वृषभ- शुभ रंग भूरा है। भाग्य प्रतिशत 79 होगा।
मिथुन- शुभ रंग हरा है। भाग्य प्रतिशत 45 होगा।
कर्क- शुभ रंग फिरोजी होगा। भाग्य प्रतिशत 90 होगा।
सिंह- शुभ रंग ग्रे होगा। भाग्य प्रतिशत 85 होगा।
कन्या- शुभ रंग लाल होगा। भाग्य प्रतिशत 75 होगा।
तुला- शुभ रंग गुलाबी होगा। भाग्य प्रतिशत 60 होगा।
वृश्चिक- शुभ रंग सफेद और भाग्य प्रतिशत 84 होगा।
धनु- शुभ रंग धानी होगा और भाग्य प्रतिशत 55 होगा।
मकर- शुभ रंग पीला और भाग्य प्रतिशत 80 प्रतिशत होगा।
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कुंभ- शुभ रंग नीला भाग्य प्रतिशत 59 होगा।
मीन- शुभ रंग आसमानी होगा। भाग्य प्रतिशत 88 होगा।