छठ पर्व की शुरूआत हो चुकी है। इस महापर्व के दौरान सूर्य की उपासना करने से इंसान के समस्त दुख खत्म हो जाते हैं। इस गुरुवार अगर कोई सूर्य देव को सुबह जल अर्पित करता है तो उसके सारे कष्ट सूर्य देव हर लेते हैं। अगर किसी की कुंडली में सूर्य दोष हैं तो उस व्यक्ति को भी सूर्य की उपासना करनी चाहिए। आइए जानते हैं सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय –

1. तांबा सूर्य की धातु मानी जाती है। इसलिए गुरुवार को तांबे का सिक्का बहते जल में प्रवाहित करने से कुंडली के दोष कम हो जाते हैं। इससे अलावा लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर दान करने से भी व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।

2. किसी व्यक्ति की कुंडली में अगर सूर्य ग्रह नीचे हो तो उसे गुरुवार को सूर्य यंत्र की स्थापना कर रोजाना उसकी पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से कुंडली के दोष कम हो जाते हैं। सूर्य यंत्र की स्थापना इस प्रकार करना चाहिए- गुरुवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद सूर्य देव को प्रणाम करें। इसके बाद सूर्य यंत्र को गंगाजल या गाय के दूध से पवित्र करें। अब इस यंत्र का विधिपूर्वक पूजन करने के बाद ‘ ऊं घृणि सूर्याय नम: ‘ मंत्र का जाप करें। ऐसा करने कुंडली के सूर्य दोष खत्म हो जाएंगे।

3. इस गुरुवार को सुबह जल्दी स्नान करने के बाद पूर्व दिशा की ओर मुंह कर कुश आसन पर बैठें और सूर्य की तस्वीर सामने रखें। इसके बाद सूर्य देव का पंचोपचार पूजन करें और गुड़ का भोग लगाएं। पूजा करने के बाद लाल फूल चढ़ाएं। इसके अलावा लाल चंदन की माला लेकर इस मंत्र का ‘ऊं भास्कराय नम: ‘ जाप करें।

4. इस गुरुवार को सुबह स्नान कर सूर्य देव को अर्ध्य दें। पूर्व दिशा की ओर बैठकर रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का ‘ऊं आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात’ जाप करें। कुंडली के दोष खत्म होंगे।