हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिए हस्त रेखा विज्ञान का विशेष महत्व है। हस्त विज्ञान हाथ की रेखाओं के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव और उसके भविष्य का आंकलन करता है। आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह की हस्त रेखा व्यक्ति के स्वास्थ्य को दर्शाती है। बता दें कि स्वास्थ्य देखा को बुध रेखा भी कहा जाता है। दरअसल यह रेखा चन्द्र पर्वत अथवा हथेली के आधार से बुध पर्वत तक पहुंचती है। इसलिए इसे बुध रेखा भी कहते हैं। जानना दिलचस्प है कि स्वास्थ्य रेखा यानी बुध रेखा बहुत कम लोगों के हाथों में पाई जाती है। मालूम हो कि स्वास्थ्य रेखा के जीवन और भाग्य रेखा से दूर रहने को फायदेमंद बताया गया है। इसकी जीवन और भाग्य रेखा से नजदीकी व्यक्ति के स्वास्थ्य को खराब कर सकती है।
हस्त रेखा विज्ञान की मानें तो स्वास्थ्य रेखा व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य से लेकर उसकी गंभीर बीमारियों के बारे में भी जानकारी देती है। इसलिए इसका अध्ययन बहुत ही जरूरी हो जाता है। कहते हैं कि जिन लोगों के हाथ में उन्नत मंगल क्षेत्र पाया जाता है, उन लोगों का स्वास्थ्य काफी अच्छा रहता है। ऐसे लोग शरीरिक रूप से काफी मजबूत होते हैं और खेलकूद के क्षेत्र में अच्छा करते हैं। यह क्षेत्र हथेली के बीच वाले हिस्से पर पाया जाता है।
कुछ लोगों के हाथ में गहरी स्वास्थ्य रेखा पाई जाती है। यह रेखा गहरी होने के साथ चौड़ी भी होती है। हस्त रेखा विज्ञान के अनुसार, ऐसे लोगों का पाचन तंत्र काफी मजबूत होता है। इन लोगों को पेट संबंधी परेशानियों का सामना कम करना पड़ता है। इसके अलावा यदि स्वास्थ्य रेखा को दूसरी रेखाएं काट रही हों तो यह खराब स्वास्थ्य का संकेत है। वहीं, लहराती हुई स्वास्थ्य रेखा यह दर्शाती है कि आप किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो सकते हैं।
[jwplayer qzuSoVz3-gkfBj45V]