हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिए ज्योतिष शास्त्र खास मायने रखता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों को खास महत्व दिया गया है। ज्योतिष की मानें तो व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की दशा से उसका स्वभाव और भविष्य निर्धारित होता है। यदि आपको लगता है कि आप अपने कार्यस्थल पर पिछले कई सालों से बहुत अधिक मेहनत कर रहे हैं। लेकिन बॉस की पोस्ट तक नहीं पहुंच पाए हैं तो इसके लिए आपकी कुंडली का ग्रह दोष जिम्मेदार हो सकता है। जी हां, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की दशा खराब होने पर वह कभी बॉस नहीं बन पाता। आज हम इसी बारे में विस्तार से बात करेंगे। इसके साथ ही कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की दशा को ठीक करने के उपाय भी जानेंगे।
कुंडली में सूर्य की दशा ठीक करने के लिए सूर्य देव की आराधना करना बहुत ही जरूरी है। कहते हैं कि सूर्य देव की आराधना करने से कुंडली में सूर्य की दशा ठीक रहती है। इसके अलावा सूर्य की दशा को खराब होने से बचाने के लिए गायत्री यज्ञ का भी सहारा लिया जा सकता है। जी हां, ऐसा कहा जाता है कि गायत्री यज्ञ कराने से कुंडली में सूर्य की दशा खराब नहीं होती। इसके अलावा आपको दूसरों को पानी अवश्य पिलाना चाहिए। इसके साथ ही किसी से कोई वस्तु मुफ्त में नहीं लेनी चाहिए। लेकिन आप प्यार से दिया हुआ तोहफा ले सकते हैं।
इसके अलावा कुंडली में चन्द्रमा की दशा ठीक करने की लिए आपको रक्षा करने की आदत डालनी पड़ेगी। रक्षा करने से तात्पर्य यह है कि आप पेड़ों की रक्षा करें, पक्षियों की रक्षा करें। आपको अपने जीवन में अधिक से अधिक पेड़ लगाने का प्रयास करना चाहिए। आपको कभी कोई पेड़ नहीं काटना चाहिए। इसके साथ ही पक्षियों को पालें और उनके लिए भोजन और पानी की उपयुक्त व्यवस्था करें। कहते हैं कि ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और चन्द्रमा दोनों की ही दशा सही रहती है। इससे व्यक्ति अपने कार्यस्थल पर ‘बॉस’ की पोस्ट तक पहुंचता है।
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