मानव को जीवन के अनेक समस्याओं से होकर गुजरना पड़ता है लेकिन इंसान को जब मानसिक समस्या होती है वह बहुत गंभीर होती है। चंद्रमा को मन का स्वामी कहा जाता है। यदि व्यक्ति को मानसिक तनाव है इसके पीछे चंद्रमा की ही भूमिका होती है। बुध बुद्धि का मालिक होता है। डिप्रेशन को नियंत्रित करने या बढ़ाने में ये काम करता है। चंद्रमा कमजोर हो तो व्यक्ति को मानसिक परेशानी होती है। चंद्रमा को सबसे ज्यादा कमजोर शनि, राहु और सूर्य ग्रह के प्रभाव करते हैं। इससे व्यक्ति अवसाद में चला जाता है। आइए जानते हैं इनके उपाय-

कब व्यक्ति डिप्रेशन में जाता है – शनि या राहु, चंद्रमा को प्रभावित करें तो डिप्रेशन की स्थिति बन जाती है। इसमें शनि वाला डिप्रेशन कभी कभी अध्यात्म पैदा करता है। राहु ग्रह का डिप्रेशन कल्पना की बीमारियां पैदा कर देता है। चंद्रमा अस्त होने के बाद व्यक्ति को अधिक डिप्रेशन होने लगती है। चंद्रमा अगर खराब हो और बुध ठीक हो तो व्यक्ति अवसाद से निकल जाता है। अगर बुध ठीक ना हो तो डिप्रेशन से निकलना कठिन होता है। कभी-कभी बृहस्पति भी व्यक्ति को डिप्रेशन से बाहर निकाल देता है।

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ज्योतिषीय उपाय – डिप्रेशन दूर करने में आसन और प्राणायाम बहुत लाभकारी होते हैं। रोजाना सुबह स्नान कर सूर्य को जल अर्पित करें। ज्यादा से ज्यादा रोशनी का प्रयोग करें। दिन में एक केला जरूर खाएं। सुबह और शाम 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। सलाह लेकर एक पीला पुखराज या पन्ना धारण करें। मोती डिप्रेशन में धारण नहीं करना चाहिए।