Rahu-Ketu Gochar 2020 : राहु-केतु राशि परिवर्तन आज यानी 23 सितंबर 2020 को गोचर करने वाले हैं। राहु गोचर मिथुन से वृष राशि में सुबह 5 बजकर 28 मिनट पर हुआ। जबकि केतु गोचर धनु से वृश्चिक राशि में सुबह 7 बजकर 38 मिनट पर हुआ है। यह 12 अप्रैल तक इन्हीं राशि में रहेंगे।

ज्योतिषों की मानें तो राहु और केतु के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ने वाला है। कई राशियों को राहु-केतु राशि परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव भी झेलने पड़ेंगे। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र दुष्प्रभावों से बचने के लिए इस दौरान राहु-केतु के उपाय करने की सलाह देता है।

मेष राशि
मेष राशि के जातकों को रोज रात को काले कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए। यह उपाय बहुत आसान और प्रभावशाली है।

वृष राशि
आपकी राशि वालों को राहु-केतु गोचर के दौरान मछलियों को आटे की गोलियां खिलानी चाहिए। इस उपाय को हर दिन किया जा सकता है।

मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों को अपना कान छिदवाना चाहिए। इस दौरान भगवान गजानन की पूजा करना भी शुभ फलदायी माना जाता है।

कर्क राशि
इस राशि के जातकों को कुत्ता पालना चाहिए। साथ ही संभव हो तो 11 नारियल पानी में बहाएं।

सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को गाय और कौवे को रोटी खिलानी चाहिए। इसके अलावा माथे पर चंदन का तिलक लगाएं।

कन्या राशि
आपकी राशि वालों को ओम नम: शिवाय का जाप करना चाहिए। हर शनिवार दिन ढलने के बाद पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।

तुला राशि
इस राशि के जातकों को अपने बड़े-बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए। साथ ही उनके पैर भी जरूर छुएं। यह उपाय बहुत कारगर है।

वृश्चिक राशि
इस राशि के जातकों को घर में 5 किलो अनाज को किसी भारी वस्तु से दबाकर रखना चाहिए। इससे राहु-केतु का प्रभाव कम होता है।

धनु राशि
धनु राशि वालों को माथे पर चंदन का तिलक लगाकर गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही गाय की सेवा जरूर करें।

मकर राशि
आपकी राशि के लोगों को पैर में काला धागा पहनना चाहिए। साथ ही काले कपड़ों का दान भी जरूर करें।

कुंभ राशि
रोज सुबह स्नानादि कर काले रंग के आसन पर बैठ कर राहु बीज मंत्र और केतु बीज मंत्र का जाप करें।

मीन राशि
मीन राशि के जातकों को राहु-केतु गोचर के दौरान शिव जी की आराधना करनी चाहिए। साथ ही दोरंगी कुत्ते को रोटी खिलाएं।