भारतवर्ष में दिवाली का त्योहार 5 दिन तक चलता है। इस साल दिवाली का यह पर्व 17 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। आइए जानते हैं इन दिनों बनने वाले शुभ मुहूर्त और योग-
17 अक्टूबर मंगलवार– इस दिन धरतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन धन त्रयोदशी, भौम प्रदोष व्रत, दोपहर 12:35 पर सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा, सूर्य की तुला संक्रांति एवं कार्तिक महीना प्रारंभ, श्री धनवंतरी जी की जयंती, संक्रांति का पुण्यकाल सारा दिन
18 अक्टूबर बुधवार– इस दिन छोटी दिवाली मनाई जाएगी। शुभ मुहूर्त प्रात: 6.38 बजे से शुरू होगा। श्री हनुमान जी की जयंती, नरक चतुर्दशी, नरक चौदश, रूप चौदश, काली चतुर्दशी।
19 अक्टूबर गुरुवार – इस दिन दिवाली मनाई जाएगी। श्री महालक्ष्मी पूजा सायं प्रदोष काल में 5 बजकर 48 मिनट से शुरू हो जाएगी। दिवाली के दिन तुला राशि में सूर्य, चंद्र, बुध और गुरू की युक्ति से चर्तुग्रही योग बनेंगे। श्री महालक्ष्मी पूजा, श्री गणेश पूजा, कुबेर पूजा, काली जी की पूजा, स्नान आदि की कार्तिक अमावस्या, श्री कमला जयंती, स्वामी श्री रामतीर्थ जी का जन्म एवं निर्वाण दिवस, ऋषि बोध उत्सव
20 अक्टूबर शुक्रवार – गोवर्धन पूजा,अन्नकूट, श्री विश्वकर्मा दिवस (पंजाब), बलि पूजा, कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रारंभ
21 अक्टूबर शनिवार – भाई दूज, यमुना स्नान, श्री विश्वकर्मा जयंती एवं पूजन, सर्वार्थसिद्धी योग बनेगा। इसके साथ ही चंद्र दर्शन, भ्रातृ द्वितीया, यम द्वितीया, आचार्य श्री तुलसी जी का जन्म दिवस (जैन), श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को गुरुयाई मिली दिवस, चित्रगुप्त जी की पूजा।