Guru Gochar Ke Upay : गुरु गोचर 13 सितंबर, रविवार से धनु राशि में हुआ है। यह 20 नवंबर, शुक्रवार तक इसी राशि में रहेंगे। गुरु ग्रह को शिक्षा, नौकरी, व्यवसाय, विवाह और संतान को प्रभावित करने वाला ग्रह माना जाता है। गुरु गोचर के दौरान कुछ विशेष उपायों की मदद से गुरु ग्रह को मजबूत किया जा सकता है।

मेष राशि
पानी में हल्दी डालकर स्नान करें। हल्दी की गांठ को पीले कपड़े में लपेटकर पीले धागे में बांधे। इसे अपने गले में पहनें। इससे गुरु ग्रह की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

वृष राशि
गुरु गोचर के दौरान रोज सुबह सबसे पहले पीला खाना खाएं। इनमें हल्दी वाला दूध, बेसन का हलवा, कड़ी या पुलाव शामिल हो सकते हैं। यह आसान उपाय बहुत जल्द गुरु ग्रह को मजबूत बनाता है।

मिथुन राशि
गुरु राशि परिवर्तन की इस अवधि में अपने हाथ में पीला धागा हमेशा बांध कर रखें। इस धागे को पहनने से पहले ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरुवे नम: का 108 बार जाप कर अभिमंत्रित करें।

कर्क राशि
बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग के कपड़े का दान करें। संभव हो तो हर बृहस्पतिवार ये उपाय करें। आप चाहें तो पीला धागा भी दान कर सकते हैं।

सिंह राशि
बृहस्पतिवार के दिन गाय को केले या गुड़ खिलाएं। इस उपाय को करने से गुरु ग्रह प्रसन्न होकर बहुत जल्दी कृपा बरसाते हैं।

कन्या राशि
आपकी राशि के जातकों को बृहस्पतिवार के दिन पीले भोजन का दान करना चाहिए। विशेष तौर पर कुंवारी कन्याओं को भोजन का दान अधिक लाभदायक माना जाता है।

तुला राशि
तुला राशि वालों को गुरु गोचर के दौरान भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए। भगवान विष्णु को गुरु ग्रह का स्वामी माना जाता है।

वृश्चिक राशि
ब्राह्मणों की सेवा करें। जितना संभव हो उतना दान-दक्षिणा दें। साथ ही गुरु गोचर के दौरान केलों का दान करें।

धनु राशि
हर बृहस्पतिवार के दिन सुबह स्नानादि कर पवित्र हो। पीले रंग के आसन पर बैठे। भगवान विष्णु की प्रतिमा को सामने रखकर ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम: का जाप करें।

मकर राशि
पपीते के पेड़ की जड़ को पीले रंग के कपड़े में बांधकर पीले धागे में डालकर बृहस्पतिवार के दिन गले में पहनें। यह उपाय बहुत असरदार है।

कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को बृहस्पतिवार का व्रत रखना चाहिए। इस दौरान अपने हाथ में पीले रंग का धागा बांधें। रोजाना नहाने के पानी में हल्दी डालकर नहाएं।

मीन राशि
मीन राशि वालों को पानी में हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए। हल्दी की गांठ को पीले कपड़े में लपेटकर पीले धागे में बांधकर इसे अपने गले में पहनें।