वास्तु शास्त्र में घर के मेन गेट का बहुत महत्व है। कहा जाता है अगर घर के मेन गेट में वास्तु दोष हों तो घर में मानसिक, आर्थिक और सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं जिस घर का दरवाजा वास्तु दोष रहित हो उनके घर में सुख-समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि रहती है। घर में सभी सदस्य सुखी रहते हैं और सभी के बीच तालमेल बना रहता है। कहा जाता है घर में किसी भी समस्या का प्रवेश मेन गेट से ही होता है इसलिए वास्तु में मेन गेट का बहुत महत्व है। वास्तु में घर के मेन गेट को गृहमुख कहा जाता है। इसलिए मेन गेट संबंधी कोई वास्तु विकार नहीं होने चाहिए। आइए जानते हैं घर के मेन गेट से जुड़ी वास्तु टिप्स –

1. घर का मेन गेट दक्षिण-पश्चिम दिशा ओर कभी नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है ऐसा करने से घर के सदस्यों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

2. घर का प्रवेश द्वार उत्तर पूर्व की ओर या दक्षिण पूर्व की ओर होना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

3. घर के मेन गेट के सामने कोई पेड़, दीवार या खंभा नहीं होना चाहिए। साथ ही इनकी छाया घर पर अशुभ प्रभाव डालती है।

4. घर बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मेन गेट की चौड़ाई उसकी ऊंचाई की आधी होनी चाहिए।

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5. घर का मेन गेट मकान के बीच में नहीं बनाना चाहिए। कहा जाता है जिन घरों में मेन गेट बीच में होता है वहां आर्थिक परेशानी बनी रहती है। घर का प्रवेश द्वार एकदम कोने में ही बनाना चाहिए।

6. मेन गेट के सामने कभी सीढ़ियां नहीं होनी चाहिए। ऐसा होना अशुभ होता है।

7. घर के मेन गेट का दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलने वाला होना चाहिए। साथ ही दरवाजे से किसी भी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिए।