सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर के अंगों की बनावट और उनमें होने वाले परिवर्तन के आधार पर उसके स्वभाव के बारे में काफी कुछ कहा गया है। इसके साथ ही शरीर के अंगों के हावभाव में होने वाले परिवर्तन से शुभ और अशुभ का भी आंकलन किया गया है। आपने गौर किया होगा कि कई बार आपकी आंख की पुतलियां अचानक से फड़कने लगती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके फड़कने से भी भविष्य के शुभ और अशुभ के संकेत मिलते हैं। आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इन संकेतों को समझकर आप अपने जीवन में होने वाले संभावित अशुभ से बच सकते हैं, या फिर उस समस्या के लिए पहले से तैयार हो सकते हैं।
समुद्र शास्त्र की मानें तो पुरुषों की दाईं आंख का फड़कना उनके लिए शुभ रहता है। इस स्थिति में व्यक्ति के जीवन में सुख-सुविधाओं की वृद्धि होती है। उसके रुके हुए कार्य पूरे होते हैं और आने वाले दिनों में धनलाभ होता है। यदि महिलाओं की बात की जाए तो उनकी बाईं आंख का फड़कना शुभ रहता है। ऐसा होने से महिलाओं के स्वास्थ्य में वृद्धि होती है और उनके परिवार में सुख-शांति आती है। उनकी प्रोफेशनल लाइफ भी अच्छी रहती है।
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वहीं, यदि पुरुषों की बाईं आंख की पुतलियां फड़कें तो यह उनके लिए अशुभ संकेत है। ऐसा होने से व्यक्ति को दुश्मनों का सामना करना पड़ता है। उसके शत्रु उस पर हावी हो जाते हैं। व्यक्ति को अपना लक्ष्य हासिल करने में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि महिलाओं की दाईं आंख का फड़कना उनके लिए अशुभ माना जाता है। ऐसा होने से उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ जाती है। पति के साथ झगड़े बढ़ जाते हैं। इसके अलावा वे अपने बच्चों की भी देखरेख ठीक से नहीं कर पाती हैं।