Daily Hindi Panchang 21 August 2022: वैदिक पंचांग के अनुसार आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और रविवार का दिन है। दशमी तिथि आज का पूरा दिन पार कर के देर रात 3 बजकर 34 मिनट तक रहेगी। साथ ही आज का पूरा दिन मृगशिरा नक्षत्र रहेगा। आइए जानते हैं आज शुभ- अशुभ समय…

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

सूर्योदय – 05:53:58 AM

सूर्यास्त – 18:55:03 PM

चन्द्रोदय – 26:06:58

चन्द्रास्त – 14:50:58

Aaj ki Tithi 21 August 2022 (आज 21 अगस्त की तिथि)

तिथि दशमी – 27:37:34 तक

नक्षत्र मृगशिरा – पूर्ण रात्रि तक

करण: वणिज – 14:22:44 तक, विष्टि – 27:37:34 तक

पक्ष: कृष्ण

वार: रविवार

मास पूर्णिमांत: भाद्रपद

आज का अशुभ मुहूर्त

दुष्टमुहूर्त: 17:11:50 से 18:02:58 तक

कुलिक: 17:10:51 से 18:02:58 तक

कंटक: 10:14:47 से 11:05:55 तक

राहु काल: 17:18:21 से 18:55:05 तक

कालवेला / अर्द्धयाम: 11:58:04 से 12:50:10 तक

यमघण्ट: 13:43:18 से 14:34:26 तक

यमगण्ड: 12:25:07 से 14:01:51 तक

गुलिक काल: 15:39:37 से 17:17:21 तक

Aaj ka Shubh Muhurat Samay 21 August  2022 (आज 21 अगस्त शुभ मुहूर्त का समय):

शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 21 अगस्त 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं।

अभिजीत मुहूर्त :   11:58:00 से 12:50:00 तक

विजय मुहूर्त: 14:34:00 से 15:26:00 तक

सर्वार्थ सिद्धि योग:  05:53:00 से 20:22:00

आज का चौघड़िया

दिन का चौघड़िया

 उद्बेग 06:09 AM से 07:44 AM तक

 चर 07:44 AM से 09:19 AM तक

लाभ 09:19 AM से 10:54 AM तक

अमृत (वार वेला) 10:54 AM से 12:30 PM तक

 काल (काल वेला) 12:30 PM से 14:05 PM तक

 शुभ 14:05 PM से 15:40 PM तक

 रोग 15:40 PM से 17:15 PM तक 

उद्बेग 17:15 PM से 18:50 PM तक

दिशाशूल: पंचांग के अनुसार रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा वर्जित मानी गई है। इस दिन पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहता है। 

उपाय : रविवार को दलिया, घी या पान खाकर घर से बाहर निकलें। जिससे दोष का परिहार हो सके। 

आज का महाउपाय: आज के दिन का संबंध सूर्य ग्रह से है। इसलिए आज के दिन सूर्य देव को जल दें और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें। साथ ही किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को गेहूं और गुड़ का दान करें। ऐसा करने से आपको सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।