Daily Hindi Panchang 16 July 2022 Saturday: वैदिक पंचांग के अनुसार आज 16 जुलाई 2022 शनिवार का दिन है। साथ ही सावन मास की कृष्ण पक्ष तृतीया 01:27 PM तक उसके बाद चतुर्थी तिथि है। सूर्य कर्क राशि पर योग-आयुष्मान करण-विष्टि और बव सावन मास है। सावन महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। साथ ही सावन के सोमवार में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं आज शुभ- अशुभ समय…

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय:

सूर्योदय – 05:33:17 AM

सूर्यास्त – 19:20:36 PM

चन्द्रोदय – 21:49:59

चन्द्रास्त – 08:07:00

Aaj ki Tithi 16 July 2022 (आज 16 जुलाई की तिथि):

तिथि तृतीया – 13:28:43 तक

नक्षत्र धनिष्ठा – 15:11:00 तक

करण: विष्टि – 13:28:43 तक, बव – 24:05:02 तक

पक्ष: कृष्ण

वार: शनिवार

मास पूर्णिमांत: श्रावण

आज का अशुभ मुहूर्त: 

दुष्टमुहूर्त: 05:34:17 से 06:28:27 तक, 06:29:27 से 07:23:36 तक

कुलिक: 06:29:27 से 07:24:36 तक

कंटक: 11:59:22 से 12:55:31 तक

राहु काल: 09:00:07 से 10:44:32 तक

कालवेला / अर्द्धयाम: 13:49:41 से 14:44:50 तक

यमघण्ट: 15:40:59 से 16:36:08 तक

यमगण्ड: 14:11:21 से 15:54:46 तक

गुलिक काल: 05:33:17 से 07:16:42 तक

Aaj ka Shubh Muhurat Samay 16 July 2022 (आज 16 जुलाई शुभ मुहूर्त का समय):

शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 16 जुलाई 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं।

अभिजीत मुहूर्त :  12:00:00 से 12:55:00

विजय मुहूर्त: 14:45:00 से 15:40:00 तक

कर्क संक्रांति शुभ मुहूर्त:

वैदिक पंचांग के अनुसार 16 जुलाई 2022 को कर्क संक्रांति है। इस दिन सूर्य देव मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। कर्क संक्रांति से सूर्य देव दक्षिण दिशा की ओर गति करते हैं। कर्क संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा- अर्चना करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन सूर्य देव को जल चढ़ाएं और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें। ऐसा करने से आपके सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

कर्क संक्रांति पुण्य काल – पंचांग के अनुसार सुबह 05 बजकर 35 मिनट से शाम 05 बजकर 09 मिनट तक

संक्रांति महापुण्य काल – दोपहर 02 बजकर 52 मिनट से शाम 05 बजकर 09 मिनट तक

दिशाशूल: वैदिक पंचांग के अनुसार सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने पर दिशाशूल लगता है। इसलिए सोमवार एवं शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। वहीं अगर मजबूरी वश यात्रा करनी पड़ जाए तो शनिवार को उड़द या अदरक खाकर यात्रा पर जाएं।

आज का महाउपाय: ज्योतिष शास्त्र अनुसार आज के दिन का संबंध शनि देव और हनुमान जी से है। इसलिए आज के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि देव की प्रतिमा के सामने सरसो के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही बजरंगबली को चोला चढ़ाएं और बूंदी का भोग लगाएं।