Daily Hindi Panchang 08 August 2022: वैदिक पंचांग के अनुसार 8 अगस्त को श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और सोमवार का दिन है। एकादशी तिथि आज रात 9 बजे तक रहेगी । आज का पूरा दिन पार कर के देर रात 3 बजकर 26 मिनट तक वैधृति योग रहेगा। साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 38 मिनट तक ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा। आइए जानते हैं आज शुभ- अशुभ समय…

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय

सूर्योदय – 05:46:03 AM

सूर्यास्त – 19:07:05 PM

चन्द्रोदय – 15:54:59

चन्द्रास्त – 26:11:00

Aaj ki Tithi 08 August 2022 (आज 08 अगस्त की तिथि)

तिथि – एकादशी – 21:01:30 तक

नक्षत्र ज्येष्ठा – 14:37:23 तक

करण: वणिज – 10:30:08 तक, विष्टि – 21:01:30 तक

पक्ष: शुक्ल

वार: सोमवार

मास पूर्णिमांत: श्रावण

व्रत- पुत्रदा एकादशी

आज का अशुभ मुहूर्त

दुष्टमुहूर्त: 12:54:16 से 13:46:40 तक, 15:32:29 से 16:26:53 तक

कुलिक: 15:32:29 से 16:27:53 तक

कंटक: 08:27:15 से 09:19:39 तक

राहु काल: 07:27:10 से 09:06:18 तक

कालवेला / अर्द्धयाम: 10:14:04 से 11:06:28 तक

यमघण्ट: 11:59:53 से 12:53:16 तक

यमगण्ड: 10:47:26 से 12:26:34 तक

Aaj ka Shubh Muhurat Samay 08 August  2022 (आज 08 अगस्त शुभ मुहूर्त का समय):

शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 08 अगस्त 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं।

अभिजीत मुहूर्त :  12:00:00 से 12:53:00 तक

विजय मुहूर्त: 14:40:00 से 15:33:00 तक

सर्वार्थ सिद्धि योग: है नहीं

रवि योग: 05:46:00 से 14:37:00 तक

सावन सोमवार व्रत 2022 मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार सावन के आखिरी सोमवार व्रत के दिन रवि योग और इंद्र योग बना हुआ है। आपको बता दें कि 08 अगस्त को सुबह 05 बजकर 29 ​मिनट से रवि योग शुरू होगा और यह दोपहर 02 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। साथ ही उस दिन इंद्र योग प्रात:काल से लेकर सुबह 06 बजकर 56 मिनट तक ही है। ये दोनों ही योग ज्योतिष के दृष्टिकोण में महत्व रखते हैं।

दिशाशूलः आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें। 

आज का विशेष उपाय: आज के दिन का संबंध भोलेनाथ और चंद्र ग्रह से है। इसलिए आज के दिन भगवान शिव का दूध, दही और शहद से रुद्राभिषेक करें। साथ ही किसी जरूरतमंद या गरीब व्यक्ति को दूध और चावल का दान दें। ऐसा करने से आपको महाकाल की कृपा प्राप्त होगी।