Aaj Ka Panchang 22 July 2Daily Hindi Panchang 22 July Shukrawar: 22 जुलाई का पंचांग: ज्योतिष में पंचांग का बहुत महत्व है। पंचांग ज्योतिष के पांच भागों का योग है। जिसमें तिथि, वार, कर्ण, योग और नक्षत्र का उल्लेख है। आज श्रावण माह कृष्ण पक्ष की नवमी पर भरणी नक्षत्र रहने वाला है। आज लोग शुक्रवार का व्रत रखकर मां लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं। आज बहुत पावन व्रत है।
शुक्रवार की रात को अष्ट लक्ष्मी का पूजन करना चाहिए. उनके समक्ष अगरबत्ती जलाएं और गुलाब के फूल अर्पित करें। मां अष्ट लक्ष्मी को लाल माला चढ़ानी शुभ होती है। यदि आप धन की समस्या से जूझ रहे हैं तो शुक्रवार की रात को ‘ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नम: स्वाहा’ मंत्र का जाप 108 बार करें। जानने के लिए देखें आज का पंचांग-
आज का पंचांग 22 जुलाई 2022
विक्रम संवत – 2079, राक्षस
शक सम्वत – 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत – श्रावण
अमांत – आषाढ़
वार- शुक्रवार
आज की तिथि 22 जुलाई 2022
अमांत – आषाढ़
पूर्णिमांत – श्रावण
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) – आषाढ़ 31, 1944
वैदिक ऋतु – ग्रीष्म
द्रिक ऋतु – वर्षा
कृष्ण पक्ष नवमी – Jul 21 08:12 AM – Jul 22 09:32 AM
कृष्ण पक्ष दशमी – Jul 22 09:32 AM – Jul 23 11:27 AM
आज का नक्षत्र
भरणी – Jul 21 02:17 PM – Jul 22 04:25 PM
कृत्तिका – Jul 22 04:25 PM – Jul 23 07:03 PM
आज का करण
गर – Jul 21 08:47 PM – Jul 22 09:32 AM
वणिज – Jul 22 09:32 AM – Jul 22 10:26 PM
विष्टि – Jul 22 10:26 PM – Jul 23 11:27 AM
आज का योग
शूल – Jul 21 12:20 PM – Jul 22 12:30 PM
गण्ड – Jul 22 12:30 PM – Jul 23 01:07 PM
आज का सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:57 AM
सूर्यास्त – 7:09 PM
चन्द्रोदय – Jul 22 12:45 AM
चन्द्रास्त – Jul 22 2:06 PM
आज का अशुभ काल
राहू – 10:54 AM – 12:33 PM
यम गण्ड – 3:51 PM – 5:30 PM
कुलिक – 7:36 AM – 9:15 AM
दुर्मुहूर्त – 08:35 AM – 09:28 AM, 12:59 PM – 01:52 PM
वर्ज्यम् – 05:44 AM – 07:30 AM
आज का शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त – 12:06 PM – 12:59 PM
अमृत काल – 11:11 AM – 12:56 PM
ब्रह्म मुहूर्त – 04:20 AM – 05:08 AM
सूर्य कर्क राशि पर है और चन्द्रमा जुलाई 22, 11:02 PM तक मेष राशि उपरांत वृषभ राशि पर संचार करेगा
आज का दिशाशूल- ज्योतिषशास्त्र के नियम के अनुसार रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल लगता है। दिशाशूल का अर्थ है संबंधित दिशा में बाधा और कष्ट प्राप्त होना। इसलिए शुक्रवार एवं रविवार को पूर्व दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए।