10 जुलाई 2022 Panchang in Hindi: Aaj Ka Panchang 10 July 2022: पंचांग के अनुसार आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि और रविवार का दिन है। साथ ही आज सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक विशाखा नक्षत्र रहेगा। उसके बाद अनुराधा नक्षत्र लग जायेगा। इसके अलावा आज हरिशयनी (देवशयनी) एकादशी है। जानते हैं शुभ और अशुभ मुहूर्त का समय…

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय:

सूर्योदय – 05:30:18 AM

सूर्यास्त – 19:22:11 PM

चन्द्रोदय – 15:52:00

चन्द्रास्त – 26:33:59

Aaj ki Tithi 10 July 2022 (आज 10 जुलाई की तिथि):

तिथि एकादशी – 14:15:08 तक

नक्षत्र विशाखा – 09:55:47 तक

करण: विष्टि – 14:15:08 तक, बव – 24:48:51 तक

पक्ष: शुक्ल

वार: रविवार

मास पूर्णिमांत: आषाढ़

मास अमांत: आषाढ़

आज का अशुभ मुहूर्त:

दुष्टमुहूर्त: 17:32:16 से 18:27:44 तक

कुलिक: 17:32:16 से 18:26:44 तक

कंटक: 10:08:36 से 11:03:04 तक

राहु काल: 17:39:12 से 19:22:12 तक

कालवेला / अर्द्धयाम: 11:59:31 से 12:54:59 तक

यमघण्ट: 13:49:26 से 14:45:54 तक

यमगण्ड: 12:27:15 से 14:10:14 तक

गुलिक काल: 15:54:13 से 17:38:12 तक

Aaj ka Shubh Muhurat Samay 10 July 2022 (आज 10 जुलाई शुभ मुहूर्त का समय):

शुभ मुहूर्त/अशुभ मुहूर्त 10 जुलाई 2022 Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। ज्योतिष के अनुसार कुल मिलाकर 30 मुहूर्त होते हैं जिसमें से 15 शुभ मुहूर्त और 15 अशुभ मुहूर्त माने जाते हैं।

अभिजीत मुहूर्त :  11:59:00 से 12:54:00 तक

विजय मुहूर्त: 14:45:00 से 15:40:00 तक

रवि योग: 05:31:00 से 23:55:00 तक

एकादशी व्रत पारण समय:
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मा​ह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 09 जुलाई दिन शनिवार को शाम 04 बजकर 40 मिनट पर हो रही है। यह तिथि अगले दिन 10 जुलाई रविवार को दोपहर 02 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदयातिथि को ध्यान में रखते हुए देवशयनी एकादशी व्रत 10 जुलाई को रखा जाएगा।

ऐसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न:
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले भगवान विष्णु को प्रणाम करें और मन ही मन ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें। इसके बाद गंगाजल डालकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान विष्णु का चित्र चौकी पर रखकर इन मंत्रों का जाप करें…  

सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्।

विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्।

दिशाशूल: रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा वर्जित मानी गई है। इस दिन पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहता है। उपाय : रविवार को दलिया, घी या पान खाकर और शुक्रवार को जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें। जिससे दोष का परिहार हो सके।

आज का महाउपाय: आज के दिन का संबंध सूर्य ग्रह से है। इसलिए आज के दिन सूर्य देव को जल दें और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें। साथ ही किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को गेहूं और गुड़ का दान करें।