कई बार ऐसा होता है कि अचानक आपकी नाक से खून बहने लगता है और आप इसे लेकर बहुत घबरा जाते हैं। नाक से खून निकलना जिसे डॉक्टर्स नकसीर फूटना या नोज़ ब्लीडिंग कहते हैं, हमेशा खतरनाक नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का भी सूचक होता है। इसलिए इसे किसी भी सूरत में नजरअंदाज करना सही नहीं है। नाक का काम शरीर के अंदर जाने वाली हवा को फिल्टर करना होता है। नाक में खून का प्रवाह भी अधिक मात्रा में होता है। ऐसे में गर्मियों के दिनों में जब हवा रुखी होती है तब नाक की अंदरुनी पर्त के पास की रक्तवाहिनी फट जाती है जिससे नाक से खून निकलने लगता है। चिकित्सा शास्त्र इसे एपिसटैक्सिस कहता है।

इसके अलावा साइनस संक्रमण या फिर सर्दी जुकाम की दवाइयों को लेने के कारण भी नाक में खुश्की हो जाती है जिसकी वजह से खून निकलने लगता है। सिर में अगर चोट आ जाए तो यह भी नाक से खून निकलने का एक कारण है। ये ऐसी समस्याएं हैं जिनसे कोई गंभीर खतरा नहीं होता, लेकिन नाक से खून निकलना रक्त दाब, ब्लड कैंसर और नाक के ट्यूमर की भी वजह हो सकती है। इसलिए इस मामले में हमेशा लपरवाही बरतने की बजाय डॉक्टर से संपर्क जरुर करना चाहिए। नोज़ ब्लीड दो तरह का होता है। पहला एंटीरियर नोज़ ब्लीड, जिसमें नाक की अंदरुनी सतह की रक्त वाहिनियां फट जाने से खून निकलने लगता है। दूसरा, पोस्टीरियर नोज ब्लीड, जो कि ट्यूमर जैसी घातक बीमारी का संकेत भी हो सकती है।

नाक से खून निकलने पर घबराने की बजाय इन उपायों का इस्तेमाल करना चाहिए। जब भी नाक से खून आए तो पहले बैठ जाएं और अपना सिर ऊंचा रखें ताकि खून नाक में न चला जाए। इसके बाद दोनों नथुनों को कम से कम 10 मिनट कर हाथों से दबाकर रखें। रुमाल या टिशू पेपर भी रख सकते हैं ताकि वह खून को आसानी से सोख ले। नाक पर, गालों पर और माथे पर बर्फ मलें और यदि इन सभी तरीकों के 20-25 मिनट बाद भी अगर खून बहना बंद न हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। याद रहे नाक सेखून निकलने पर लेटे नहीं और न ही नाक को रगड़ें।