यूरिक एसिड (How to Low Uric Acid) रक्त में पाया जाने वाला एक वेस्ट मटेरियल है जो शरीर में प्यूरीन के टूटने के बाद बनता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यूरिक एसिड को कम करने के लिए संतुलित आहार का होना जरूरी है। इसके साथ ही आहार में सभी आवश्यक पोषक तत्व शामिल हों; जैसे कि कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और स्वस्थ फैटी एसिड, पर्याप्त मात्रा में विटामिन और खनिज आवश्यक हैं। इस स्थिति में ज्वार का आटा भी बहुत उपयोगी होता है क्योंकि यह फाइबर से भरपूर होता है-

जिन लोगों के रक्त में यूरिक एसिड का स्तर अधिक होता है, उनके लिए पौष्टिक भोजन खोजना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में उन्हें सख्त डाइट रूटीन का पालन करना चाहिए और मांस, मछली, दाल और पालक जैसी साधारण चीजें खाने से भी बचना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक इन खाद्य पदार्थों को नहीं खाया जा सकता क्योंकि इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।

गठिया वाले लोगों के लिए मांस (प्रोटीन) खाने के बजाय उच्च फाइबर आहार पर ध्यान देना चाहिए। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे साबुत गेहूं, ज्वार और सब्जियां अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती हैं। ज्वार का आटा फाइटोकेमिकल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, इसलिए यह एक ऐसा भोजन है जो गठिया में सूजन को भी कम करता है।

डाइट में शामिल करें बाजरा और ज्वार

मरीजों को ऐसा आहार खाना चाहिए जिसमें प्यूरीन की मात्रा कम हो। इनमें चावल, बाजरा और ज्वार शामिल हैं, क्योंकि ये हाइपरयूरिसीमिया को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अपने दैनिक आहार में इनका सेवन करने से आपको दिल का दौरा, स्ट्रोक, टाइप 2 मधुमेह और मोटापे के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। स्वास्थ्य मामलों के जानकारों के मुताबिक ऐसे डाइट को फॉलो करने से शरीर को उसकी जरूरत के सभी पोषक तत्व मिलते हैं और शरीर में यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहता है।

ज्वार हड्डियों को मजबूत बनाने में भी देता है योगदान

यूरिक एसिड वाले मरीजों को हड्डियों की समस्या होती है क्योंकि एसिड गठिया का कारण बनता है, जिसमें जोड़ों में ठोस क्रिस्टल बनते हैं। इसलिए गेहूं के आटे की जगह ज्वार का आटा लेना चाहिए, क्योंकि ज्वार में फास्फोरस होता है। जो कैल्शियम के साथ हड्डियों के निर्माण का काम करता है। इसके अतिरिक्त, ज्वार का आटा उन लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो ग्लूटेन फ्री आटा खाना चाहते हैं।

विटामिन बी 1 से भरपूर

ज्वार के आटे में विटामिन बी1 होता है, जो ग्लूकोज चयापचय (Metabolism) के लिए आवश्यक है। यह एक व्यक्ति को उसके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से ऊर्जा बनाने में मदद करता है और इसे एटीपी (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) में परिवर्तित करता है। यह धीमी गति से निकलने वाला रेजिस्टेंस स्टार्च है, जो ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह आंत में बहुत धीरे-धीरे अवशोषित होता है।

फाइबर से भरपूर होता है ज्वार

ज्वार में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। यह पाचन को मजबूत करने के लिए दुनिया में सबसे अच्छे भोजन के रूप में जाना जाता है। यह एक ग्लूटेन फ्री भोजन है, जो आंत के लिए भी अच्छा है; क्योंकि यह औसत वयस्क की फाइबर जरूरतों का 48 प्रतिशत पूरा करता है। इसके अलावा ज्वार को नियमित रूप से आहार में शामिल करने से पेट फूलना, कब्ज, दस्त, अपच और अन्य पाचन समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है।