Typhoid Symptoms, Treatment, Causes and Prevention: भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत पर ठीक से ध्यान नहीं दे पाते हैं। कुछ भी अनहेल्दी खाना और पीना हमें बीमार कर देता है। इसी तरह का खाना और पीना टाइफाइड बीमारी को जन्म देता है। यह किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना लेता है। यह सीधा आंत पर हमला करता है। इस दौरान बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। अगर टाइफाइड के दौरान बुखार लंबे समय तक बना रहता है तो यह बेहद ही खतरनाक हो सकता है। इसलिए हम आपको कारण, लक्षण, जांच, इलाज, बचाव और डाइट के बारे में विस्तार से बताएंगे।
टाइफाइड फैलने के प्रमुख कारण
– गंदे पानी के सेवन से
– दूषित भोजन करने से
– आस पास की गंदगी के कारण।
– टाइफाइड से पीड़ित किसी शख्स के सीधे संपर्क में आने से।
– टाइफाइड पीड़ित व्यक्ति द्वारा बनाये गए भोजन का सेवन करने से।
टाइफाइड के लक्षण
– तेज बुखार आना और बने रहना
– थकान
– पेट में दर्द उठना
– कभी भी सिरदर्द होना
– बॉडी में दर्द बना रहना
– बेचैनी
– पेट खराब रहना
– भूख की कमी
– बॉडी पर पर लाल धब्बे दिखाई देना
जरूर कराएं ये जांचें
– ब्लड टेस्ट
– स्टूल टेस्ट
– यूरिन टेस्ट
– बोन मैरो टेस्ट। इस टेस्ट से टाइफाइड बुखार का सटीक तरीके से इलाज किया जा सकता है। क्योंकि यह सीधा आंत पर हमला कर उनमें छेद कर देता है।
इलाज
– टाइफाइड के दौरान डॉक्टर एंटीबायोटिक्स दवाएं देना ही समझते हैं। सही समय में शुरू किया गया एंटीबायोटिक्स का इलाज ही कुछ दिनों में रिजल्ट देने लगता है। इसके अलावा भी कुछ अन्य तरीक हैं, जिनसे पीड़ित को मदद मिल सकती है।
– टाइफाइड से पीड़ित किसी भी इंसान की बॉडी में पानी की कमी होने लगती है। जो लिक्विड डाइट से पूरा कर सकते हैं।
– इस दौरान पीड़ित की स्थिति ज्यादा खराब होने पर सर्जरी की नौबत भी आ जाती है।
टाइफाइड बुखार से बचाव के उपाय
– साफ और उबलाकर पानी पिएं।
– पूरी तरह से पका और गरम खाना खाएं।
– जहां तक संभव हो नॉनवेज न खाएं।
– पीड़ित लोगों के सीधा संपर्क में न आएं।
– बाजार से आए फलों को साफ करके ही खाएं।
– साफ सफाई का ध्यान रखें।
डाइट
– हाई कैलोरी फूड जैसे- पास्ता, आलू, केले।
– ताजे फलों का जूस।
– प्रोटीन और ओमेगा 3 से भरपूर खाना। जैसे- अखरोट और नट्स।

