बीते कुछ सालों में यूरिक एसिड की समस्या काफी आम हो गई है। आज के समय में कम उम्र में ही लोगों को हाई यूरिक एसिड की परेशानी से जूझना पड़ रहा है। बता दें कि यूरिक एसिड एक ऐसा प्रोडक्ट है, जो बॉडी के प्यूरीन नामक एक महत्वपूर्ण रसायन को तोड़ने पर बनता है। आमतौर पर अधिकांश यूरिक एसिड ब्लड में घुल जाता है या किडनी इसे फिल्टर कर पेशाब के साथ शरीर से बाहर निकाल देती हैं, लेकिन अधिक मात्रा में होने पर ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। इसके चलते हड्डियों के बीच में गैप हो जाता है, जिससे व्यक्ति को जोड़ों में तेज दर्द, अकड़न, सूजन, गाउट और अर्थराइटिस जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा हाई यूरिक एसिड का खराब असर पीड़ित की किडनी पर भी पड़ता है। ऐसे में समय रहते इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।

वहीं, अगर आप भी हाई यूरिक एसिड के चलते जोड़ों में तेज दर्द का सामना कर रहे हैं और दवाइयों पर ढेरों पैसे खर्च करने के बाद भी आपको इससे छुटकारा नहीं मिल पा रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो कई बार जब दवाइयां असर नहीं दिखाती हैं, तब खानपान में कुछ खास चीजों को शामिल कर भी हाई यूरिक एसिड की समस्या से हमेशा के लिए निजात पाई जा सकती है। इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही खास चीज के बारे में बता रहे हैं।

यूरिक एसिड पर असरदार है जैतून का तेल

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जैतून का तेल यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। ये तेल पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखने में असरदार है। इसके अलावा जैतून के तेल में एक खास एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व ओलोयकैन्थल पाया जाता है, जो अंदरूनी सूजन को कम कर जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में कमाल का असर दिखाता है।

इतना ही नहीं, जैतून के तेल में मौजूद विटामिन ई, विटामिन के, आयरन, ओमेगा 3, फैटी एसिड भी हड्डियों के बीच में जमा यूरिक एसिड के क्रिस्टल को पिघलाने में सहायक हैं। इस तरह ये तेल जोड़ों के दर्द और सूजन से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकता है।

क्या है इस्तेमाल का तरीका?

आप चाहें तो जैतून के तेल का इस्तेमाल खाना बनाने में कर सकते हैं। रोजमर्रा के भोजन को बनाने के लिए रिफाइंड, डालडा या सरसों के तेल की जगह जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। इससे आपको जल्द ही कमाल के नतीजे देखने को मिलेंगे।

इसके अलावा दर्द बढ़ने पर आप जैतून के तेल में कुछ खास चीजों को मिलाकर इससे घुटनों या शरीर के अन्य हिस्सों की मालिश भी कर सकते हैं। इसके लिए आधी कटोरी जौतून के तेल में करीब 10 चम्मच समुद्री नमक मिला लें। इसके बाद इसमें करीब 1 कप पानी मिलाकर अच्छे से चला लें। तीनों चीजों को अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद तैयार तेल को एक बॉटल में भरकर रख लें। दर्द होने पर इस तेल की मालिश आपको राहत दिलाने का काम करेगी।

जैतून के तेल के अन्य फायदे

यूरिक एसिड से अलग खाना बनाने में जैतून के तेल का इस्तेमाल करने से कब्ज, डायबिटीज और आंखों की थकान से भी निजात पाई जा सकती है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।