आज जिस तरह से जीवनशैली बदल रही है उसके साथ-साथ खानपान भी बदल रहा है। जगह-जगह मोमोज, फास्ट फूड के फ्रैंचाइजी, रेहडी-ठेले पर बर्गर जैसे फास् फूड के स्टॉल्स मोटापे और इससे होने वाली खतरनाक बीमारियों की वजह बन रहे हैं। अकसर लोग भूख लगने पर सीधे चाऊमीन, बर्गर, पिज्जा जैसी चीजों को याद करते हैं।  इस बदलाव से अच्छे परिणाम कम और नकारात्मक परिणाम ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। फास्ट फूड के तेजी से बढ़ते इस्तेमाल से मोटापा बढ़ रहा है। मोटापा बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। आइए जानते हैं मोटापा बढ़ने की वजह, इससे होने वाले नुकसान और बचाव के तरीके।

जंक फूड: आजकल अधिक कैलोरी युक्त पेय और खाद्य पदार्थ बच्चों को आसानी से मिल जाते हैं। स्नैक्स व फास्ट फूड रेस्तरां में बच्चों की पहुंच तेजी से बढ़ी है। इस तरह के जंक फूड खाने से मोटापा तेजी से बढ़ रहा है।

आनुवांशिक कारण: अगर परिवार में माता-पिता मोटे हैं या दोनों में से कोई एक मोटा है। तब बच्चे में भी मोटापा बढ़ने की आशंका अधिक होती है। इसी वजह से आनुवांशिक कारणों से भी बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है।

शारीरिक गतिविधियों की कमी: कम शारीरिक गतिविधि के कारण मोटापा बढ़ता चला जाता है। जिससे शरीर आलसी होने लगता है और शारीरिक गतिविधि न के बराबर होती है। जिससे मोटापा बढ़ता रहता है।

तनाव: बदलती जीवनशैली में जिस तरह से तनाव बढ़ रहा है। उससे मोटापा भी बढ़ रहा है। चिकित्सकों ने पाया है कि आत्मविश्वास की कमी से लोग अवसाद में चले जाते हैं। वह खुद को उबाऊ महसूस करने लगते हैं। अवसाद से पीड़ित जरूरत से ज्यादा खाने लगता है और मोटापा बढ़ने लगता है।

इन बीमारियों की वजह बन सकता है मोटापा 

दिल का दौरा: मोटापा बढ़ने से हृदय शरीर के अन्य हिस्सों में ठीक से रक्त नहीं भेज पाता, जिससे दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है।

डायबिटीज: ज्यादा खाने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे बच्चों में कम उम्र में ही मधुमेह होने लगता है।

जोड़ों में दर्द: बदलते खानपान और जीवनशैली के कारण बच्चों में बहुत-सी बीमारियां बढ़ रही हैं। जिनमें से एक मोटापे की वजह से जोड़ो में दर्द की समस्या है। शरीर में वजन बढ़ने से चलना मुश्किल होता है और जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।

कैंसर: गर्भाशय, स्तन, कमर और आंतों में कैंसर की प्रमुख वजह मोटापा है। यही वजह है कि बच्चों में आजकल कम उम्र में ही गंभीर बीमारियां देखने को मिल रही हैं।

 

बचाव के तरीके

खानपान में बदलाव: खानपान में बदलाव से मोटापा कम किया जा सकता है। मसलन जंक फूड की बजाए उन्हें पौष्टिक खाना लें। इसके अलावा सुबह चाय के बजाए गर्म दूध या गुनगुना पानी पीएं। इससे मेटाबोलिक सिस्टम ठीक बना रहता है।

व्यायाम करें: शारीरिक गतिविधियां कम होने और व्यायाम न करने से मोटापा बढ़ता है। इसलिए शारीरिक गतिविधि करना बेहद जरूरी होता है। मोटापे और उससे होने वाली बीमारियों से बचने के लिए व्यायाम करें और फिट रहें।