हम भारतीय तेज और तीखा खाना पसंद करते हैं। कहने को हम अपनी सेहत के हिसाब से किसी भी चार्ट को फॉलो नहीं करते। अमूमन जब जो पसंद आया खा लिया। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट इत्यादि को देखकर हमने शायद ही कभी कुछ खाया हो। प्रोटीन के लिए चीजें बाजार में ढ़ूंढ़ा करते हैं। न मिलने पर कैप्सूल और पाउडर का सहारा लेते हैं।

लेकिन अगर हमें सही जानकारी होती तो शायद हम ऐसी चीजों की तरफ देखते भी न। भारतीय खानों में ही इतना प्रोटीन छिपा है कि हमें इसके विकल्प के तौर पर ली जाने वाली चीजें खोजने की जरूरत ही न पड़े। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के जरिए यह बात सामने आई है।

नॉनवेज खाने वालों के लिए प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत मीट है। इनमें मीट, अंडे और मछली शामिल हैं। क्योंकि मीट में कुदरती रूप से सभी नौ आवश्यक अमीनो एसिड पाए जाते हैं। इनमें हिस्टिडाइन, आइसोलेसीन, ल्यूसीन, लाइसिन, मेथिओनिन, फेनिललाइन, थ्रेओनीन, ट्रिप्टोफैन और वेलिन शामिल है। यह सभी स्वस्थ शरीर के लिए अति आवश्यक हैं।

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किसे चाहिए कितना प्रोटीन

एक एक्टिव रहने वाले वयस्क को उसके शरीर के भार की तुलना में प्रोटीन चाहिए होता है। यानी 1 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम भार। आसानी से समझा जाए तो 60 किलो वाले शख्स को 60 ग्राम प्रोटीन रोजाना चाहिए होता है। 60 ग्राम प्रोटीन करीब दो ग्लास दूध या पकी हुई दाल का बड़ा कटोरा। प्रोटीन की पूर्ति अन्य चीजों से भी हो सकती है। जिनमें अंडे, मछली और मीट शामिल है।

प्रोटीन सोर्स/ 100 ग्राम

पकी दाल छोटी कटोरी- 5-6 ग्राम
नट्स (20-30) – 15-20 ग्राम
ग्रेन (दो रोटी, एक कटोरी चावल)-2-3 ग्राम
मिल्क(आधा ग्लास)- 3-4 ग्राम
फिश (2-3 पीस)- 20-22 ग्राम
चिकेन, रेड मीट (वन चिकन ब्रेस्ट, तीन पीस)- 19-20 ग्राम
एग्ग(एक)- 8-10 ग्राम