क्या आप भी घर में मच्छर भगाने के लिए मच्छर मारने वाली कॉइल का इस्तेमाल करते हैं? अगर आप ऐसा करते हैं तो आप कई बीमारियों को घर में निमंत्रण दे रहे हैं। आपको यह जानकर भले ही अजीब लगे लेकिन ये सच है कि एक मच्छर मारने वाली कॉइल 75 से 100 सिगरेट जितना धुंआ निकलती है जो आपके लिए खतरनाक है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि मच्छर मारने वाली कॉइल से अधिक मात्रा में धुंआ निकलता है और इसमें से कई ऐसे तत्व निकलते हैं जो शरीर के लिए कई बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
चीन और मलेशिया में कई कंपनियों की कॉइल पर रिचर्स करने के बाद यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि एक कॉइल 100 सिगरेट के बराबर खतरनाक है और इसमे से करीब पीएम 2.5 धुआं निकलता है जो कि बहुत ज्यादा है। इससे भले ही तंबाकू का धुआं नहीं निकलता हो, लेकिन इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर के लिए नुकसान दायक है। मच्छर मारने वाली कॉइल में से बेंजो पायरेंस, बेंजो फ्लूओरोथेन जैसे तत्व निकलते हैं। रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि कॉइल से निकलने वाले खतरनाक तत्व वातावरण के लिए भी बहुत नुकसानदायक है। बताया गया है कि कॉइल में वो कैमिकल इस्तेमाल किए जाते हैं जो कि बग स्प्रे में भी इस्तेमाल होते हैं। जानकारों के अनुसार मच्छर मारने वाली कॉइल इस्तेमाल करने के बजाय मच्छर मारने के लिए दूसरे साधन इस्तेमाल करने चाहिए जो आपके लिए शरीर के लिए खतरनाक ना हो। आइए जानते हैं कि मच्छर मारने वाली कॉइल से क्या क्या नुकसान होते हैं-
सांस लेने में दिक्कत- रिपोर्ट में सामने आया है कि लगातार कॉइल की धुआं में रहने से सांस लेने में दिक्कत होना शुरु हो जाती है। इसके ज्यादा संपर्क से फेफड़ों पर भी असर पड़ता है।
अस्थमा होने का डर- डॉक्टरों के अनुसार अगर कोई ज्यादा समय कॉइल की धुआं में सांस लेता है तो उसे अस्थमा होने का डर बढ़ जाता है। साथ ही यह बच्चों में लगातार घबराहट बने रहने का कारण भी बन सकती है।
स्किन और आंखों पर असर- कॉइल से निकलने वाली धुआं से ना सिर्फ सांस लेने की दिक्कत होती है बल्कि इससे स्किन और आंखों पर भी असर पड़ता है। इससे आंखों में जलन होना आदि समस्याएं होना शुरू हो जाती है।

