शराब पीने से कैंसर की चेतावनी आमतौर पर लोगों को रोजना ही मिलती है लेकिन हाल के एक अध्ययन में सामने आया है कि नियमित रूप से शराब पीने से गैर-मेलेनोमा त्वचा कैंसर होने का खतरा काफी अधिक है। अमेरिका के हार्वर्ड टी एच चैन स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ के शोधार्थियों ने शराब पीने तथा त्वचा के गैर-मेलेनोमा कैंसर (एनएमएससी) के बीच संबंध का पता लगाने के लिए विस्तृत अध्ययन किया। गैर-मेलेनोमा कैंसर त्वचा की ऊपरी परत में होने वाला कैंसर है।

एनएमएससी श्रेणी में कई प्रकार के त्वचा कैंसर शामिल हैं, जिसमें बेसल सेल कार्सिनोमा (बीसीसी) और त्वचीय स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (सीएससीसी) सबसे सामान्य हैं। शोधार्थियों द्वारा व्यवस्थित तरीके से एनएमएससी के कुल 95,241 मामले का अध्ययन किया गया, जिसमें से इस प्रकार के कैंसर के कुल 13 मामले शामिल थे। शोधार्थियों ने पाया कि प्रतिदिन शराब की 10 ग्राम खपत बढ़ने का संबंध बीबीसी और एसएससीसी से है। यह अध्ययन जरनल ऑफ डरमेटोलॉजी में प्रकाशित हुआ था।

कैंसर जैसी गंभीर समस्या का शिकार देशभर में कई लोग बन जाते हैं और कई बार उन्हें इसका पता भी नहीं लगता। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों के इसके लक्षणों के बारे में कम जानकारी होती है। कई बार लोग कैंसर की चपेट में आ जाते हैं क्योंकि वे इस बीमारी के लक्षणों को नहीं समझ पाते। ऐसे में इसके लक्षणों को समझना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कैंसर के लक्षणों के बारे में।

स्किन पर किसी तरह मस्से या तिल का बनना– अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से पर किसी तरह का दाना, मस्सा, तिल बन गया है। कई तरह के उपचार करने के बाद भी उसमे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है बल्कि भयंकर रूप लेता जा रहा है तो यह स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है।

स्किन कैंसर के लक्षण
– एक्जिमा यानी खाज भी लंबे समय तक रहे। खासतौर पर अगर यह कोहनी, हथेली या घुटनों पर दिखे तो इसे लेकर लापरवाही न बरतें।
– तिल में बदलाव हो, रंग बदलने लगे और इस पर खुजली हो या फिर खून निकले
– माथा, गाल, ठुड्डी और आंखों के आस-पास की त्वचा लाल हो और उसमें खूब जलन हो
– रैशेज, तिल या बर्थ मार्क्स के आकार या रंग में बदलाव
– स्किन पर धब्बे अगर छह हफ्तों से ज्यादा रहें
– स्किन रोजेशिया यानि बहुत अधिक लाली और जलन